विषय-भोग व्यक्ति को बांधते और उलझाते हैं : मनोहर मुनि
जागरण संवाद केंद्र, करनाल : इंद्री रोड स्थित श्री आत्म मनोहर जैन आराधना मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्र संत वाचनाचार्य श्री मनोहर मुनि जी महाराज ने श्रद्धालुओं को सांसारिक मोह-माया के बंधनों से ऊपर उठकर भक्ति मार्ग पर चलने का संदेश दिया। उन्होंने कहा इंद्रियों के शब्द, रूप, रस, गंध व स्पर्श रूप विषय-भोग अनुकूल होने पर मन को बांध देते हैं। शरीर अशुचि और अपवित्रता का भंडार है। सभी रोमों से दुर्गधमय पसीना बहता है, परंतु फिर भी शरीर का व्यामोह व्यक्ति को बांधकर रखता है। विषय-भोगों में अनुराग व्यक्ति को बांधता तथा उलझाता है। विरक्त का मन भटकता नहीं। राग की सुई पर मन के विचारों का लट्टू घूमता है। विषय-भोगों का सेवन न करने वालों के मन पर उनके संस्कार अंकित नहीं होते। विषयों के संस्कार बड़े ही प्रबल होते हैं। इनसे बचने के लिए विषय-भोगों के सेवन से बचा जाए, क्योंकि ये बड़े ही लुभावने व मनमोहक तरीके से मन को फांस लेते हैं। सभी महापुरुष विषयों की दलदल में न उलझने की प्रेरणा मानव को देते हैं। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
आराधना मंदिर के प्रचार प्रमुख विकास जैन ने बताया राष्ट्र संत वाचनाचार्य श्री मनोहर मुनि जी महाराज के सानिध्य में महापर्व पर्युषण 14 से 21 अगस्त तक धर्मध्यानपूर्वक आयोजित किया जा रहा है। मंदिर में प्रतिदिन सुबह साढ़े आठ बजे से पौने दस बजे तक महामंत्र नवकार के सामूहिक जाप के पश्चात श्रीमद् अंतकृद्दशांग सूत्र की वाचना एवं प्रवचन होंगे। प्रतिदिन प्रसाद वितरित किया जाएगा। उन्होंने बताया आराधना मंदिर कुराली जाने व वापसी के लिए सुबह सवा आठ बजे सेक्टर 14 करनाल स्थित अहिंसा स्तूप से वाहन व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। जैन से श्रद्धालुओं से इस आठ दिवसीय धार्मिक महोत्सव में भाग लेकर धर्म लाभ उठाने का संदेश दिया।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।