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    महिलाओं का सम्मान करने से होती प्रगति : कविता जैन

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    Updated: Sun, 22 Feb 2015 08:01 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, करनाल : महिला एवं समाज कल्याण मंत्री कविता जैन ने कहा कि महिलाओं में सहनशीलता, धैर् ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, करनाल : महिला एवं समाज कल्याण मंत्री कविता जैन ने कहा कि महिलाओं में सहनशीलता, धैर्य, साहस व समर्पण की भावना विद्यमान है, तभी जिस राष्ट्र व समाज में महिलाओं का सम्मान होता है वह सदा उन्नति की ओर आगे बढ़ता है। जैन रविवार को रेलवे रोड स्थित डॉ. गणेश दास डीएवी महिला शिक्षण महाविद्यालय में भाविप की ओर से आयोजित नारी सशक्तीकरण के प्रातीय महिला अधिवेशन में बतौर मुख्यातिथि बोल रही थी।

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    उन्होंने कहा कि समाज को नई दिशा देने वाली महिलाओं के साथ आज समाज में काफी भेदभाव किया जाता है जबकि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में किसी से कम नहीं हैं। आज महिलाएं रसोई से लेकर समुद्र तल तक व धरती व आसमान तक अपनी पहचान बना चुकी हैं। इसके बावजूद भी आज कुछ समाज के ठेकेदार महिलाओं को दूसरा दर्जा देते हैं। इतना ही नही लड़की को पैदा होने से रोका जाता है, यदि लड़की पैदा भी हो जाए तो उसे समाज में पूरा मौका नही मिलता। आखिर क्या गलती है महिला होने पर।

    पीएम ने बढ़ाया गौरव

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं का सम्मान करते हुए हरियाणा के पानीपत से ही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की शुरुआत करके पूरे देश की महिलाओं को गौरवान्वित किया है। वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार का उद्देश्य है कि महिलाओं का सम्मान बढ़े, हर बेटी को आगे बढ़ने का मौका मिले, इसके लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। मंत्री ने कहा कि महिलाओं का सम्मान, उनकी सुरक्षा केवल एक बंद कमरे से नहीं हो सकती बल्कि लोगों को सार्वजनिक रूप से जागरूक करने की जरूरत है।

    भाविप बता रही है देश की संस्कृति

    उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद इस कार्य को ना केवल हरियाणा में बल्कि पूरे देश में कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद के माध्यम से युवाओं को संस्कारों से जोड़ा जाता है और उन्हें देश की संस्कृति के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि आने वाली पीढि़यां भी देश की संस्कृति के बारे में जान सकें। जैन ने कहा कि हरियाणा देश का ऐसा राज्य है जो विकास के मामले में काफी उन्नत है, परन्तु बेटी को बचाने में काफी पीछे है। प्रदेश के 12 जिले ऐसे हैं जहा पर एक हजार लड़कों के पीछे लड़कियों की संख्या केवल 800 है। यह बड़े दुख का विषय है। इस कमी को पूरा करने के लिए समाज के हर व्यक्ति, वर्ग, संस्था, संगठनों को आगे हाथ बढ़ाने की जरूरत है।

    समाज को जागरूक करने की जरूरत

    असंध के विधायक सरदार बक्शीश सिंह ने कहा कि महिलाओं को समाज में पूरा सम्मान मिले इसके लिए सबको जागरूक करने की जरूरत है। समाज को जागरूक करने के लिए लोगों की जड़ों में बैठना होगा। यह कार्य बंद कमरों तक सीमित ना हो बल्कि इसे सार्वजनिक रूप से किया जाए। उन्होंने आशा जाहिर की कि भारतीय विकास परिषद भी इस कार्य में अहम भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के लिए प्रयासरत है, लाडली जैसी कई योजनाएं बेटियों के लिए सरकार द्वारा चलाई गई है। सभी का कर्तव्य है कि बेटी को सम्मान दो तो देश आगे बढ़ेगा।

    महिला है शक्ति का रूप

    कार्यक्रम में करनाल नगर निगम की मेयर रेणु बाला गुप्ता ने कहा कि महिला शक्ति का रूप है, महिला ऐसी शक्ति है जिसमें सबसे ज्यादा समर्पण है। सबसे पहले बचपन में अपने पिता के साथ, जवानी में पति के साथ और उसके बाद अपने बच्चों के साथ समर्पण किया यह महिला के प्यार की निशानी है। परंतु समाज के कुछ लोग महिलाओं के इस समर्पण को गलत तरीके से प्रयोग करते हैं और उन्हें समाज में आज दोयम दर्जा देते हैं।

    सिलाई सेंटर का अवलोकन

    कार्यक्रम परिसर में परिषद द्वारा चलाए गए सिलाई सेंटर की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका अवलोकन मंत्री ने किया। इस मौके पर भारतीय विकास परिषद के कार्यकर्ता व सदस्य जिनमें सुषमा जैन, अविनाश शर्मा, डॉ. निधि, डॉ. सुचेता गुप्ता, निशा बजाज, रजनीश चोपड़ा, जोगिंद्र मदान, राजकुमार मित्तल व सुनीता वर्मा मौजूद रही।