'मेरे सामने धमका रही हो...', कैथल के एसपी पर क्यों भड़के अनिल विज; वीडियो वायरल
हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे कैथल के एसपी पर एक शिकायत पर कार्रवाई न होने पर भड़कते हुए दिखाई दे रहे हैं। विज ने एसपी को सबके सामने डांटते हुए कहा कि 'मेरे सामने धमका रही हो?'। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
-1763180437488.webp)
मंत्री अनिल विज की एसपी को फटकार, बोले- मेरे सामने ही शिकायतकर्ता को धमका रही हो।
जागरण संवाददाता, कैथल। आरकेएसडी काले में आयोजित कष्ट निवारण समिति की बैठक में विवाहिता से मारपीट के मामले में सुनवाई करते हुए हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने एसपी उपासना को कड़ी फटकार लगाई। कहा कि विवाहिता की जो शिकायत है, उस पर कार्रवाई करने की बजाए आरोपित पक्ष का बचाव किया जा रहा है। मंत्री अनिल विज ने एसपी को कहा कि आप मेरे सामने ही शिकायतकर्ता को धमका रही हो, एसपी ने जवाब दिया कि धमका नहीं रहे हैं, मेरे सामने भी ये कई बार पेश हो चुके हैं, लेकिन जो बात ये आज बोल रहे हैं, मेरे सामने नहीं आई हैं।
मंत्री ने कहा कि धमका ही रहे हो, मैं सामने ही बैठा हूं। आप हर आदमी को दबाने की कोशिश करते हो। वैसे भी कैथल में शांति नहीं है। शिकायतकर्ता ने जो वीडियो मुझे दिया है, ये देखा है, एसपी ने जवाब दिया कि आज तक भी ये वीडियो उन्हें शिकायतकर्ता की तरफ से नहीं दिखाया गया है। मंत्री अनिल विज ने कहा कि एक डीएसपी सामने आओ, जो अपने आप को ठीक-ठाक कहता है।
मंत्री ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एसडीएम अजय सिंह व डीएसपी गुरविंद्र सिंह को कैथल स्थित उसके पति के घर व जींद एसपी को नरवाना में स्थित उसके पति के दूसरे घर पर रेड के आदेश जारी किए। कहा कि यदि अफीम व हथियार मिलते हैं तो तुरंत कार्रवाई की जाए। साथ ही शिकायतकर्ता की मांग पर उसके केस को हांसी में ट्रांसफर करने के पुलिस को आदेश जारी किए हैं।
शिकायतकर्ता ने लगाया गंभीर आरोप
बता दें कि हिसार के गांव सुल्तानपुर निवासी निधि की शादी दो फरवरी 2025 को कैथल की रणधीर कॉलोनी निवासी शुभम के साथ हुई थी। विवाह के कुछ समय बाद से ही दोनों पक्षों में विवाद हो गया। विवाहिता ने पति व ससुराल पक्ष के अन्य लोगों पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दी। 22 सितंबर 2025 को विवाहिता ने ससुराल पक्ष पर मारपीट व जबरन जहर देने का आरोप लगाया।
विवाहिता अस्पताल में भी दाखिल रही। पीड़िता ने बैठक में मंत्री अनिल विज के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए कहा कि चार से पांच बार इस मामले में पंचायत हो चुकी है, लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि मामले की जांच अधिकारी से लेकर एसएचओ व एसपी उन्हें दबाने में लगे हुए हैं। एक अपराधी की तरह उनके साथ पेश आया जा रहा है।
पीड़िता ने बताया कि आरोपित पक्ष अवैध पिस्तौल से जान से मारने की धमकी देता है, यहां तक की नरवाना में आरोपित पक्ष से जुड़े लोग अफीम का भी अवैध धंधा करता है। मंत्री ने शिकायतकर्ता द्वारा दिखाई की वीडियो व फोटो भी देखे। पीड़िता ने कहा कि एसपी से वे इस मामले में दो बार मिली, लेकिन दोनों बार उनकी सुनवाई नहीं हुई।
जींद एसपी से बातचीत कर दिए कार्रवाई के निर्देश
बैठक में पीड़िता द्वारा नरवाना में रह रहे आरोपित पक्ष के लोगों पर भी धमकाने का आरोप लगाया। कहा कि नशीला पदार्थ सरेआम बेचते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई पुलिस नहीं करती। मंत्री अनिल विज ने जींद एसपी से बातचीत करते हुए इस मामले में उचित कार्रवाई के निर्देश जारी किए।
वहीं, पीड़िता ने कैथल डीसी कार्यालय में कार्यरत एक कर्मचारी पर भी आरोपितों का साथ देने का आरोप लगाया है। कहा कि उक्त कर्मचारी आरोपित पक्ष से मिला हुआ है और जब भी वे कार्रवाई के लिए एसपी या डीसी से मिलते हैं तो वे फोटो आरोपितों को भेज देता है, इस कारण उनकी कहीं पर भी सुनवाई नहीं हो रही है।
मैं चेहरा पढ़कर बता देता हूं: विज
मंत्री अनिल विज ने भ्रष्टाचार के एक मामले की सुनवाई करते कहा कि उसके माथे पर एक इन्स्ट्रूमेंट लगा हुआ हैं, जो सच व झूठ को पहचान लेता है। फाइनेंस कमेटी से नकद राशि लेना गलता है, ये एक भ्रष्टाचार को उजागर करता है। ये कहा का कानून है कि किसी को धमका कर पैसे लिए जाएं, क्या है भ्रष्टाचार नहीं है।
एसपी ने कहा कि आरबीआई के नियम अनुसार ही कार्रवाई बनती है। इस पर मंत्री ने एसपी को कहा कि आप ने एसपी की डिग्री कहा से की है। ये मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है। मंत्री अनिल विज ने डीसी को जांच के निर्देश जारी किए।
बता दें कि गांव कसान निवासी कुसुम की मनरेगा की 5600 रुपये की राशि को उसके खाते से काटे जाने संबंधी शिकायत पर एलडीएम ने शिकायतकर्ता की राशि वापस करने बारे जानकारी दी। जिस पर मंत्री ने कहा कि यह राशि नकद में दी गई है, जो नियमानुसार गलत है। उन्होंने एडीसी की अध्यक्षता में विजिलेंस कमेटी को इस मामले की जांच करवाने के आदेश दिए। इस शिकायत को लंबित रखा गया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।