जल अनमोल है, इसे बचाइये, लोगों को बताइये
जागरण संवाददाता, कैथल : जल ही जीवन है। अगला विश्वयुद्ध पानी को लेकर होगा। अब ऐसी बातें कहने
जागरण संवाददाता, कैथल : जल ही जीवन है। अगला विश्वयुद्ध पानी को लेकर होगा। अब ऐसी बातें कहने और डराने का वक्त नहीं बचा है। जरूरत है पानी को बचाने के लिए जागरूकता अभियान की। इस जल जागरण अभियान में हम सभी को आगे आने की जरूरत है। दैनिक जागरण की ओर से जल संरक्षण को लेकर ढांड रोड स्थित छतवाल अस्पताल में पैनल डिस्कशन का आयोजन किया।
इसमें लायनेस क्लब की महिलाओं ने जल बचाने के लिए अपने-अपने सुझाव दिए। महिलाओं ने कहा कि घर, दफ्तर, स्कूल, कॉलेज हर जगह छोटे-छोटे प्रयास से हम बड़ी मात्रा में पानी को बर्बाद होने से बचा सकते हैं। नहाते वक्त फव्वारे की बजाय बाल्टी मग का इस्तेमाल करें। रसोई में बर्तन धोते वक्त टूंटी को खुली न छोड़ें।
सब्जी काटने के बाद पानी में साफ करते हैं तो उस पानी को वेस्ट न करके पौधे में डाले दें। पानी का दुरुपयोग हर हाल में रोकना है। इसके लिए जागरूक होकर काम करें। बड़े ही नहीं बच्चों में भी जल की उपयोगिता को समझते हुए इसे बचाने के लिए प्रयास करें। इस अभियान से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़े।
हर काम की शुरुआत खुद से होनी चाहिए। जो आरओ का वेस्ट पानी है उसे प्रयोग में लाएं। इस पानी से हम कपड़े व सफाई का काम कर सकते हैं। शौचालय के फ्लस पर दो प्रकार के पानी फ्लस करने के बटन लगे होते हैं। छोटा बटन कम पानी व बड़ा बटन ज्यादा पानी के लिए होता है, लेकिन लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। बड़े बटन को दबाकर लोग ज्यादा पानी का प्रयोग करते हैं। इस दौरान काफी पानी वेस्ट होता है। इसे बचाने की जरूरत है।
-डॉ. एसके छतवाल, छतवाल अस्पताल महिला रोग विशेषज्ञ
पानी की बचत को समझें। वेस्ट न करें। लोगों व अपने बच्चों को भी जागरूक करें। पानी को बचाना है तो इसका महत्व समझना होगा। यह प्रक्रिया केवल एक दिन नहीं इसे जीवन में लगातार उतारे। नल खुला न छोड़ें। खराब है तो ठीक करवाएं। घर में झाडू- पोंछा से काम चलता है तो चलाएं। धुलाई कम करें। वा¨शग मशीन रोज न लगाकर हफ्ते में एक बार लगाएं। बारिश में पानी की बचत करने के लिए रैन हार्वे¨स्टग सिस्टम अपनाएं।
राज सिक्का।
हम सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है। पानी की इतनी कमी पहले कभी नहीं हुई, लेकिन अब यह कमी साल-दर-साल बढ़ती ही जा रही। सरकार को दोष ना देकर हमें खुद पानी की बर्बादी होने से रोकना चाहिए। स्कूलों में विचार गोष्ठी, निबंध प्रतियोगिता और वाद-विवाद प्रतियोगिता के साथ ही बच्चों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक कर हम नई पहल शुरू कर सकते है।
निशा अरोड़ा, प्रधान लायनेस क्लब।
कपड़े धोते समय कम पानी का इस्तेमाल करें। यह देखने में आता है कि जब महिलाएं कपड़े धुलाई करती हैं तो निचोड़ते समय नल से पानी बहता रहता है। इस दौरान काफी पानी वेस्ट हो जाता है। लोगों को पानी की बचत के लिए जागरूक होने की जरूरत है। पानी की बचत को समझना चाहिए।
-रानी हूरिया
जल की कमी आज लोगों की मुख्य समस्या पहले के लोगों को जल की संकट कभी नहीं होती थी आज स्थिति यह है कि लोगों को पानी भी खरीद कर पीना पड़ रहा। सरकार जो भी हार्वे¨स्टग सिस्टम बनाती है उसका हम सभी को सहीं तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए। सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है क्योंकि जल बचेगा तो विश्व सुरक्षित होगा।
-प्रीति मंडयानी
जल संरक्षण की बहुत आवश्यकता है पानी की बर्बादी को रोकना होगा। हम सभी को पानी की कमी को समझते हुए प्रयोग करते समय ध्यान देना होगा की हम कितनी मात्रा में पानी बर्बाद कर रहें हैं। लोगों में जागरूकता की कमी है। जल है तो कल है। इसलिए हम सभी को जल बचाने के लिए आज से ही प्रयास करने चाहिए।
-नंदिनी
एक दूसरे को दोष ना देकर पानी बचाने का काम सबसे पहले अपने-अपने घरों से शुरू करने की आवश्यकता है। हम सभी पानी बर्बाद कर रहे हैं। अगर हम पानी की बर्बादी को कम कर दें, तो कुछ हद तक जल बचाया जा सकता है। इसके बाद ही समस्याएं कम होगी। लोगों को वर्षा के समय जल को संरक्षित करना चाहिए। इससे हमारा आने वाला कल भी सुरक्षित होगा।
लख¨वद्र कौर।
पानी की कमी केवल इंसान को ही नहीं बल्कि पशु-पक्षियों को भी हो रहीं है जल को बचाना आवश्यक है। जल संरक्षण के लिए प्रत्येक भवन में वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम होना चाहिए। इस पर प्रशासन को गंभीर होना होगा। साथ ही सबमर्सिबल पंपों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। नहीं तो डार्कजोन के बाद भी स्थिति भयावह हो सकती है। लोगों को जागरूक होना होगा।
किरण गुलाटी
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