कैथल के स्कूलों के आसपास नहीं बिकेंगे नशीले पदार्थ, सरकार ने शिक्षा विभाग को पत्र जारी कर दिए निर्देश
कैथल में अब स्कूलों के 100 गज के दायरे में तंबाकू गुटखा और सिगरेट जैसे नशीले पदार्थों की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। शिक्षा विभाग ने सभी अधिकारियों को इस नियम का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया है। उल्लंघन होने पर पुलिस को सूचित करने को कहा गया है। यह कदम बच्चों को नशे से बचाने के लिए उठाया गया है।

राजिंद्र तंवर, कैथल। अब सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के आसपास तंबाकू, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट सहित अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री नहीं होगी।
इस बारे में प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग को निर्देश जारी किए हैं। विद्यालयों के 100 गज के दायरे में तंबाकू, गुटखा, बीड़ी व सिगरेट जैसी वस्तुओं की बिक्री पर पूरी तरह रोक रहेगी।
शिक्षा विभाग की तरफ से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों, प्राचार्यों व मुख्याध्यापकों को लिखित निर्देश जारी किए गए।
इसमें साफ कहा गया है कि संबंधित अधिकारी व विद्यालय प्रबंधन अपने अधीन आने वाले स्कूलों के आसपास इस प्रतिबंध का सख्ती से पालन करवाएं।
यदि कहीं इस तरह की गतिविधि पाई जाती है तो तुरंत ग्राम पंचायत और नजदीकी पुलिस प्रशासन को सूचना देकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
जिले में 900 से ज्यादा सरकारी व गैर-सरकारी स्कूल
जिले में सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों की संख्या 900 से ज्यादा है। इनमें 593 स्कूल सरकारी हैं। शहर के वार्डों व गांव में स्कूल चल रहे हैं। इन स्कूलों के आसपास नशीले पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए विभाग ने यह कदम उठाया है।
बता दें कि कई जगहों पर स्कूलों के नजदीक ही शराब के ठेके, परचून की दुकानों में सिगरेट, तंबाकू व बीड़ी की बिक्री होती है, इससे बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ता है।
स्कूलों के आसपास नहीं बिकने देंगे नशीले पदार्थ: डॉ. विजय लक्ष्मी
जिला शिक्षा अधिकारी डा. विजयलक्ष्मी ने बताया कि विभाग को हाल ही में प्राप्त एक पत्र के बाद इन निर्देशों को और सख्ती से लागू करने के आदेश दिए गए हैं। आरे इस संबंध में सभी स्कूल मुख्याध्यापकों को इस संदर्भ में पत्र भेजकर निर्देश दिए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य व बेहतर भविष्य के लिए यह कदम बेहद जरूरी है। स्कूलों के आसपास नशे के पदार्थ मिलने से छात्र बुरी आदतों की ओर आकर्षित हो सकते हैं।
इसलिए यह रोक भविष्य की पीढ़ी को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने का प्रयास है उन्होंने कहा कि इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर निरीक्षण किया जाएगा।
इसके अलावा, आम जनता से भी अपील की गई है कि वे इस नियम को लागू करवाने में प्रशासन का सहयोग करें और कहीं भी ऐसी गतिविधि दिखने पर तुरंत शिकायत करें।
सरकार को उम्मीद है कि इस सख्ती से स्कूलों के आसपास का माहौल स्वच्छ और नशामुक्त बनेगा तथा छात्र सुरक्षित वातावरण में अपनी पढ़ाई जारी रख सकेंगे।
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