जल्द पूरा होगा 80 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हुआ महाग्राम योजना का कार्य
सरकार के आदेशों के तहत जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वर्ष 2016 में महाग्राम योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत जिले में तीन गांवों में सीवरेज और पीने की पाइपलाइन नए सिरे से डालने का कार्य शुरू किया गया था। विभाग की तरफ से तीनों गांव में करीब 80 करोड़ रुपये की लागत से कार्य किया गया है। अब यह कार्य लगभग पूरा हो चुका है।

कमल बहल, कैथल : सरकार के आदेशों के तहत जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वर्ष 2016 में महाग्राम योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत जिले में तीन गांवों में सीवरेज और पीने की पाइपलाइन नए सिरे से डालने का कार्य शुरू किया गया था। विभाग की तरफ से तीनों गांव में करीब 80 करोड़ रुपये की लागत से कार्य किया गया है। अब यह कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
बता दें कि सीवन कस्बे को तो नगर पालिका का दर्जा मिल चुका है। हालांकि यहां पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य होना बाकी है। जबकि गांव क्योड़क व पाई में महाग्राम योजना का ट्रायल किया जा रहा है। अप्रैल के अंत या मई की शुरुआत में इसे सुचारू रूप से शुरू कर दिया जाएगा। वहीं, सरकार के आदेशों के तहत जनस्वास्थ्य विभाग ने जिले में चार और गांवों को महाग्राम योजना में शामिल किया है, जिसके तहत नए वित्त वर्ष में फतेहपुर, फरल, कौल और ढांड में इस योजना के तहत कार्य की शुरुआत होगी। योजना के तहत तीन गांवों की 85 हजार से अधिक आबादी को मिलेगा लाभ
जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से शुरू की गई महाग्राम योजना के तहत इन तीन गांवों की 85 हजार से अधिक आबादी को लाभ मिलेगा। इसमें सीवन की आबादी करीब 35 हजार, पाई की आबादी करीब 30 हजार और गांव क्योड़क की आबादी करीब 20 हजार हैं। बता दें कि सीवन की ग्राम पंचायत को नगरपालिका का दर्जा मिलने के बाद पोलड़ और गोविदपुरा गांव को भी नगर पालिका के अधीन किया गया है। ऐसे में जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से इन गांवों में भी पानी और सीवरेज की पाइपलाइन डाली जा सकती है। केवल सीवन में एसटीपी का कार्य पूरा होना बाकी
महाग्राम योजना के तहत जहां क्योड़क और पाई में जल्द ही कार्य पूरा कर इसे संचालित किया जाएगा। वहीं, अभी सीवन में एसटीपी का कार्य पूरा होना बाकी है। जैसे यहां पर एसटीपी का कार्य पूरा होगा। उसके बाद इसे भी ट्रायल पूरा करने के बाद जल्द ही संचालित कर दिया जाएगा। इससे लोगों को शहरों जैसी सुविधाएं मिलेंगी। सरकार की तरफ से जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वर्ष 2016 में महाग्राम योजना की शुरुआत की गई थी। योजना के तहत तेजी से कार्य किया जा रहा है। पिछले दो वर्षो से कोरोना महामारी के कारण कुछ समय तक कार्य में विलंब हुआ था। अब महामारी कम होने के बाद फिर से कार्य शुरू किया गया है। गांव क्योड़क व पाई में तो 98 प्रतिशत तक कार्य पूरा कर लिया गया है, जबकि सीवन में एसटीपी का कार्य लंबित है। इस पर भी जमीन नाम होने की प्रक्रिया चल रही है। जैसे ही कार्य पूरा होगा तो कार्य में तेजी लाई जाएगी, जबकि क्योड़क व पाई में इसे अप्रैल के अंत या मई के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
अशोक खंडूजा, अधीक्षक अभियंता, जन स्वास्थ्य विभाग, कैथल।
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