अपहरण के बाद युवक की हत्या के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी पर अड़े शहरवासी
एक युवक की अपहरण के बाद रहस्यमयी तरीके से हुई मौत के बाद युवक के परिजनों और शहरवासियों ने आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग को लेकर रोष जताया। पुलिस ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, पूंडरी : एक युवक की अपहरण के बाद रहस्यमयी तरीके से हुई मौत के बाद युवक के परिजनों और शहरवासियों ने आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग को लेकर रोष जताया। पुलिस हत्यारों तक पहुंचने के लिए परिजनों से दो दिन का समय मांग रही थी, लेकिन लोग हत्यारों की गिरफ्तारी न होने तक शव का अंतिम संस्कार न करने की बात पर अड़े रहे। परिजनों और शहरवासियों ने शव को गुरु रविदास मंदिर पूंडरी में बने अंबेडकर भवन में फ्रिजर में रख दिया। पुलिस को दो टूक कह दिया था कि अगर दो दिनों में आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो अगली कार्रवाई के लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। बता दे कि पूंडरी के वार्ड नंबर सात निवासी बलराज (24 साल) छह नवंबर की शाम कार सवार कुछ युवकों ने पूंडरीक तीर्थ के पास से अपहरण कर लिया। सात नवंबर को बलराज का शव करनाल जिला के जूंडला थाना के गांव प्योंत में मिला। आठ नवंबर को पुलिस कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। शहरवासी दोपहर 12 बजे के बाद से पूंडरी के रविदास मंदिर में एकत्रित हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए अंडर ट्रेनिग आईपीएस हिमाद्री कौशिक, डीएसपी कृष्ण कुमार,एसडीएम और थाना प्रभारी मुकेश कुमार मौके पर पहुंच गए। आईपीएस ने शहरवासियों और समाज के लोगों के साथ कई दौर बातचीत की, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। सीआइए की दोनों टीमों ने खंगाली फुटेज
पुलिस इस मामले को लेकर सक्रिय हो चुकी है। आठ नवंबर की सुबह से सीआइए और साइबर सैल की टीमें शहर की सभी दुकानों पर पहुंचना शुरू हो गई थी। वहां से सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू कर दी गई है। पुलिस ने पूंडरीक तीर्थ से अहलुवालिया चौक तक और देवी मंदिर रोड व खासकर जिस दुकान पर युवक काम करता था वहां के आस-पास की पूरी फुटेज खंगाली है। मृतक के भाई की आनी थी शादी की चिट्ठी
सुलतान के तीन बेटे है। बड़ा बलराज, मंझला विजय जो कि शैटरिग का काम करता है और सबसे छोटा आनंद जो कि बिजली का मिस्त्री है। मृतक के पड़ोसियों ने बताया कि घर में मंझले भाई विजय की शादी की तैयारियां चल रही थी। आठ नवंबर को ही विजय की शादी की चिट्ठी आनी थी। बेटे का शव देखकर मां का हुआ रो-रोकर बुरा हाल
जैसे ही बेटे बलराज का शव पूंडरी पहुंचा तो मां संतोष का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। रोते-रोते मां पुलिस को कहने लगी कि साहब मेरे बेटे के हत्यारे बचने नहीं चाहिए। सैकड़ों महिलाएं भी सुबह से गुरु रविदास मंदिर में एकत्रित हो गई थी और देर शाम तक वहीं डटी रही।

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