Kaithal News: 20 करोड़ के बजट से भाखड़ा का पानी पहुंचाने की योजना, एजेंसियों पर लगे अपने अनुसार लाइन बिछाने के आरोप
कलायत में 20 करोड़ की लागत से भाखड़ा के पानी को पहुंचाने की योजना पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों ने आरोप लगाए हैं कि निर्धारित लेवल की बजाए ऊंचे और निचले स्थानों पर पाइप लाइन को डाला जा रहा है। साथ ही लाइन को सीधा रखने की जगह कई मोड रखे हुए हैं। साथ ही सरकारी अधिकारी और एजेंसियों पर अपने अनुसार लाइन बिछाने के आरोप लगाए गए।
संवाद सहयोगी, कलायत। इलाके में पेयजल संकट से जूझ रहे गांवों में अनुमानित 20 करोड़ के बजट से हरियाणा गठन के बाद पहली बार भाखड़ा का पानी पहुंचने की राह बनी है। लेकिन, इसमें एक बड़ी समस्या जन स्वास्थ्य विभाग व एजेंसियों की बड़ी अनियमितताएं गतिरोध बनती नजर आ रही हैं। इस योजना के तहत गुरथली मोड से बरवाला लिंक नहर का सिरसा ब्रांच नहर में पानी में छोड़ा जाएगा।
इसके बाद इसे पाइप लाइन के जरिये कलायत शहर, शिमला, पिंजुपुरा, खरक पांडवा, रामगढ़ पांडवा, खेड़ी लांबा, ढूंढवा और कौलेखां गांव के जल घर में पहुंचाने की योजना थी। गांवों में पानी की पाइप लाइन बिछाने का जो कार्य जारी है उसे देखकर हर कोई हैरान हैं। प्रीत जगदेव, रोहताश, सुरेंद्र कुमार, विकास, अनिल कुमार, शमशेर ने बताया कि पेयजल लाइन बिछाने में बड़ी चूक सामने आ रही हैं।
एजेंसी और अधिकारी अपने अनुसार बिछा रहे पाइप लाइन
सुचारू और निर्बाध रूप से जल घरों में पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन की लेवलिंग और रूट अनुसार कार्य नहीं हो रहा। सरकारी अधिकारी और एजेंसी अपनी सुविधा अनुसार लाइन को बिछा रही हैं। तकनीकी पहलुओं के अनुसार कार्य न करने के चलते सिरसा ब्रांच नहर, पूंडरी ड्रेन, न्यू कलायत माइनर, सजूमा रोड, रेलवे रोड और दूसरी सरकारी संपत्ति को व्यापक स्तर पर क्षति पहुंचाई जा रही है।
इस प्रकार उजागर हुई व्यापक अनियमितता
भारी अनियमितताओं की पोल जब खुली जब सैरगाह पर जाने वाले लोगों व किसानों की नजर पाइप लाइन की स्थिति पर पड़ी। इस दौरान सजूमा रोड के नजदीक पूंडरी ड्रेन के साथ-साथ कुछ दूसरे स्थानों पर तो लाइन रस्सी व लकड़ी की तरह डाली मिली। लोगों का कहना है इस प्रकार की स्थिति से लाइन की लाइफ न तो लंबी चल पाएगी और न ही लोगों को सुचारू रूप से पानी नसीब होगा।
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साल 2017 में शुरू हुए थे प्रयास
कलायत के क्षेत्र के जिन इलाकों में पेयजल संकट की समस्या गंभीर रही है उनमें भाखड़ा का पानी जल घर के माध्यम से पहुंचाने का अभियान 2017 से पालिका व ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से शुरू किया गया। लंबे संघर्ष के बाद इस योजना को मंजूरी मिली। टेंडर प्रक्रिया से जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से एनओसी मिलने के बाद पंप सेट स्थापित करने जैसे कार्यों को शुरू किया गया, लेकिन जिस प्रकार की बड़ी अनियमितताएं सामने आ रही हैं उससे यह करोड़ों की योजना सफेद हाथी बनती नजर आ रही है।
नियम अनुसार हो रहा कार्य
एसडीओजन स्वास्थ्य विभाग कलायत एसडीओ कुलदीप गिल ने बताया कि गुरथली मोड से बरवाला लिंक नहर का सिरसा ब्रांच नहर में पानी में छोड़ा जाएगा। इससे कलायत शहर, शिमला, पिंजुपुरा, खरक पांडवा, रामगढ़ पांडवा, खेड़ी लांबा, ढूंढवा और कौलेखां गांव में पेयजल संकट का निवारण होगा। विभाग का ध्येय योजना की रूपरेखा अनुसार कार्य पूर्ण करवाना है। इसको लेकर हर तकनीकी पहलु पर नजर रखी जा रही है।