प्रभु का सिमरन करने से हमारा मानव जीवन होता है सफल : विद्या गिरी
महामंडलेश्वर विद्या गिरी ने कहा कि प्रभु का सच्चे दिल से नाम लेने से व भक्ति करने में काफी शक्ति होती है। हमें प्रभु का सिमरन व प्रभु की भक्ति अवश्य करनी चाहिए। तभी हमारा जीवन सफल माना जाएगा। भक्ति का तात्पर्य है स्वयं के अंतस को ईश्वर के साथ जोड़ देना। जुड़ने की प्रवृत्ति ही भक्ति है। दुनियादारी के रिश्तों में जुट जाना भक्ति नहीं है।

संवाद सहयोगी, सीवन (कैथल) : महामंडलेश्वर विद्या गिरी ने कहा कि प्रभु का सच्चे दिल से नाम लेने से व भक्ति करने में काफी शक्ति होती है। हमें प्रभु का सिमरन व प्रभु की भक्ति अवश्य करनी चाहिए। तभी हमारा जीवन सफल माना जाएगा। भक्ति का तात्पर्य है स्वयं के अंतस को ईश्वर के साथ जोड़ देना। जुड़ने की प्रवृत्ति ही भक्ति है। दुनियादारी के रिश्तों में जुट जाना भक्ति नहीं है।
उन्होंने कहा कि भक्ति का मतलब है पूर्ण समर्पण। साधारण शब्दों में हम कहते हैं कि हमारी आत्मा, परमात्मा की डोर से बंध गई। प्रभु के प्रति निष्ठापूर्वक समर्पित होने वाला सच्चा साधक ही भक्त है। उन्होंने कहा कि जिसके विचारों में पवित्रता हो, जो अहंकार व घमंड से दूर हो। हमें दुनियादारी से दूर हटकर अपनी महत्वाकांक्षाओं को नियंत्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें रोजाना कुछ समय निकालकर प्रभु का सिमरन करना चाहिए। इस मौके पर मा. रामनाथ, संगीत बंसल, परवेश कुमार, सतीश सरदाना, मोहित बंसल, कृष्ण वधवा, सुरेश सरदाना, सुरेंद्र सरदाना, ममता सरदाना, दीपिका सरदाना, शालिनी, सुमन, नीलम, नित्यम, अक्षय राजपाल, युवराज जांगड़ा, तरूण व सचिन सहित आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे। एक शाम बाबा साहेब के नाम से हिसार के बधावड़ में कार्यक्रम कल
जासं, कैथल : आल इंडिया आंबेडकर महासभा की तरफ से 12 मई को हिसार के गांव बधावड़ में एक बाबा साहेब के नाम कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। महासभा की जिला इकाई के मुख्य सलाहकार एडवोकेट कृष्ण कश्यप ने बताया कि इस भव्य कार्यक्रम में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के गायक व कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
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