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    'HR88B8888' नंबर प्लेट की फिर हुई नीलामी, जानिए इस बार कितने में बिका

    Updated: Thu, 11 Dec 2025 04:23 PM (IST)

    कैथल के सन सिटी निवासी संदीप चहल ने अपनी पत्नी सुषमा के नाम से 37.51 लाख रुपये में वीआईपी एचआर-88बी-8888 नंबर लिया है। संदीप ने बताया कि वह मोबाइल होल ...और पढ़ें

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    इस बार मोबाइल होल सेलर ने खरीदा वीआईपी HR88B8888 नंबर प्लेट।

    सुरेंद्र सैनी, कैथल। लोगों में वीआईपी नंबर का क्रेज बरकरार है। कैथल के सन सिटी निवासी संदीप चहल ने अपनी पत्नी सुषमा के नाम से 37 लाख 51 हजार रुपये में वीआईपी एचआर-88बी-8888 नंबर लिया है। इन नंबरों की सीरिज जिला चरखी-दादरी की सबडिवीजन बाढ़डा की है, जिसके लिए संदीप ने तीन दिन पहले ही ऑक्शन में आने पर आवेदन किया था।

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    यह नंबर किसी और पर न चला जाए, इसके लिए संदीप ने स्वयं के साथ-साथ पत्नी सुषमा के नाम से आवेदन किया। वीआईपी नंबर के लिए पति-पत्नी द्वारा किए गए आवेदन में पत्नी सुषमा के नाम नंबर निकल गया। मनपसंद लक्की नंबर मिलने के बाद संदीप के चेहरे पर खुशी का माहौल है। वीआईपी नंबर के लिए इतनी बड़ी रकम खर्च करने को लेकर जिला कैथल ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

    शुरुआत से ही पसंद है आठ अंक, जन्मतिथि भी 1988

    संदीप चहल ने बताया कि वह मोबाइल होल सैलर है, इसके साथ-साथ कृषि व प्रापर्टी के काम से भी जुड़ा हुआ है शुरुआत से आठ अंक को वह लक्की मानता है। वह अंक ज्योतिषी में विश्वास रखते हैं। उसकी राशि भी कुंभ है और भगवान शिव के डमरू का आकार भी आठ अंक से मिलता-जुलता है।

    आठ अंक को चाहे आप उल्टा लिखो या सीधा यह एक जैसा ही दिखाई देता है। उसे आठ अंक बेहद पसंद है, उसने जब भी आठ तारीख या आठ अंक से जुड़े जो भी कार्य किए हैं, वे बिना किसी रुकावट के हुए हैं, इसलिए वे अपने जीवन में आठ अंक को सबसे महत्वपूर्ण अंक मानते हैं।

    इससे पहले दो गाड़ियों व चार दो-पहिया वाहनों पर भी 8888 अंक का नंबर

    संदीप ने बताया कि 37 लाख 51 हजार रुपये में कार के लिए लिया गया वीआईपी 8888 नंबर कोई पहला नहीं है, इससे पहले भी वे दो गाड़ियों सहित चार दो पहिया वाहन मोटरसाइकिल व स्कूटी के लिए भी ले चुका है, लेकिन उस समय राशि डेढ़ लाख से पांच लाख रुपये तक खर्च हुई थी।

    अब नई गाड़ी के लिए वह 8888 नंबर लेने की प्रक्रिया में वर्ष 2019 से लगा हुआ था पहले आफ लाइन आवेदन होते थे, लेकिन जब से सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल वीआईपी नंबर के लिए जारी किया है, तब से वीआईपी नंबर के लिए आवेदन करना आसान हो गया है। वर्ष 2019 में भी उन्होंने 8888 नंबर के लिए आवेदन किया था, जो नहीं मिला। अब 15 दिन पहले बाढ़डा सब डिवीजन ने ऑक्शन वीआईपी नंबरों की सीरिज ओपन की थी, लेकिन वह आवेदन नहीं कर पाया था।

    इसका उसे पछतावा भी हुआ था, लेकिन जिस व्यक्ति ने इस नंबर के लिए आवेदन किया था और उसे मिल भी गया था, लेकिन वह राशि का भुगतान नहीं कर पाया। इसके बाद दोबारा से इस नंबर के लिए ऑक्शन तीन दिन पहले निकाला था, जिसके लिए उसने स्वयं और पत्नी सुषमा के नाम से भर दिया। 10 दिसंबर को यह वीआईपी नंबर उसे 37 लाख 51 हजार रुपये में मिला है। मनपसंद अंक वाला नंबर मिलने के बाद वह बेहद खुश है।