कैथल में शेयर मार्केट में पैसे लगवाने के नाम पर ठगी, 66 लाख रुपये का लगाया चूना
कैथल में शेयर बाजार में निवेश के नाम पर दो लोगों से 66 लाख से ज्यादा की ठगी हुई। एक मामले में गुहला के इकबाल को सेबी का फर्जी सर्टिफिकेट भेजकर 60 लाख से अधिक ठगे गए। वहीं शहर की प्रिया रानी से वर्क फ्रॉम होम के नाम पर छह लाख से ज्यादा की ठगी की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, कैथल। शेयर मार्केट में पैसे लगाकर ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच देकर दो मामलों में 66 लाख 66 हजार रुपये की ठगी की गई है। साइबर क्राइम थाना प्रभारी पीएसआइ शुभ्रांशु ने बताया कि पुलिस ने दोनों मामलों में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पहले मामले में गुहला निवासी इकबाल ने शिकायत दी कि ट्रेडिंग में पैसे लगवाकर उससे 60 लाख 50 हजार रुपये ठगे गए हैं।
ठग ने उसके पास भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) का फर्जी सर्टिफिकेट भेजा और शेयर मार्केट में रुपये लगवा लिए। बाद में निकलवाने पर राशि नहीं निकली। उसके एक्सिस बैंक और पंजाब नेशनल बैंक में खाते हैं। छह जुलाई को उसने फेसबुक पर एक स्टाक मार्केट के संबंध में एक विज्ञापन देखा।
विज्ञापन पर क्लिक किया तो एक्सिस डायरेक्ट के नाम से एक वेबसाइट खुल गई। वेबसाइट के मांग के अनुसार उसने अपनी सारी डिटेल उसमें भर दी। उसका वेबसाइट पर खाता खुल गया, जिसमें कस्टमर केयर की सुविधा थी। 15 जुलाई को वह जब उस एप को खोलने लगा तो एप नहीं खुली। उसमें बताया गया कि आपका पेन कार्ड सही नहीं है।
इसके बाद उसने अपने एक्सिस बैंक के खाते से 102 रुपये दिए हुए खाते में ट्रांसफर कर दिए। उसे लाभ उसके वालेट में दिखाई देने लगा। उसने 49,905 रुपये बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए। वह पैसे लगाता रहा और ठग उसे बैंकों का सेबी का फर्जी सर्टिफिकेट भी भेजते रहे। उसने कुल 60 लाख 50 हजार रुपये आरोपितों के खातों में ट्रांसफर कर दिए।
बाद में जब उसने मुनाफे के पैसे निकालने का प्रयास किया तो वे नहीं निकले। ऐसा करके उसके साथ 60 लाख 50 हजार रुपये की ठगी की गई। बाक्सयुवती से ठगे छह लाख 16 हजार रुपये शहर की एक कालोनी निवासी प्रिया रानी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि तीन जून को उसके मोबाइल नंबर पर एक विदेशी नंबर से वर्क एट होम का वॉट्सऐप संदेश आया।
उसमें अर्पिता नाम की लड़की ने उसे घर बैठे काम करने का आफर दिया। घर बैठे गूगल पर रेस्टोरेंट व होटल के रिव्यू करने थे। रिव्यू करके स्क्रीनशाट भेजे तो उसके खाते में 180 रुपये और फिर 200 रुपये भेज दिए गए। अगले दिन उसे क्रिप्टो करंसी व स्टाक एक्सचेंज में फाइनेंशियल विभाग के माध्यम से इन्वेस्टमेंट करके ज्यादा रुपये कमाने के लिए बताया गया और उसे टेलीग्राम के एक ग्रुप में जोड़ दिया।
शुरू में इन्वेस्ट की गई राशि का उसे मुनाफा दिया गया। बाद में उससे अलग-अलग समय में छह लाख 16 हजार 300 रुपये इन्वेस्ट करवा लिए गए। इन्वेस्टमेंट के बाद आरोपितों ने बताया कि गलत जगह इन्वेस्ट करने के कारण खाता फ्रिज हो गया है। इसे डिफ्रिज करने के लिए और पैसे लगाने होंगे। ऐसा करके उसके साथ छह लाख 16 हजार रुपये की ठगी हो गई।
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