कैथल में IAS अपराजिता ने संभाला डीसी का कार्यभार, केमिकल इंजीनियरिंग में की है B.Tech
जागरण संवाददाता, कैथल। आईएएस अपराजिता ने कैथल के उपायुक्त का पदभार संभाल लिया है। 2018 बैच की अधिकारी, पहले स्वच्छ भारत मिशन में थीं। उन्होंने शिक्षा ...और पढ़ें
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आईएएस अपराजिता ने संभाला उपायुक्त कैथल का पदभार।
जागरण संवाददाता, कैथल। जिले की नवनियुक्त डीसी आईएएस अपराजिता ने मंगलवार को कार्यभार संभाल लिया है। वे 2018 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। इनका स्थानांतरण स्वच्छ भारत मिशन के निदेशक पद से बतौर उपायुक्त कैथल में हुआ है। वे कई जिलों में विभिन्न पदों पर सफलतापूर्वक अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।
केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक के बाद आईएएस अपराजिता ने बतौर इंजीनियर भी काम किया है। इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा पास कर वे वर्ष 2018 बैच में आईएएस बनीं थीं। बनारस की मूल निवासी आईएएस अपराजिता ने सबसे पहले बल्लभगढ़ एसडीएम के तौर पर सेवाएं दी थी। इसके बाद वे फरीदाबाद में एडीसी के तौर पर कार्यरत रहीं। वे फरीदाबाद में नगर निगम में सहायक आयुक्त भी रहीं।
साथ ही अंबाला में एडीसी के तौर पर भी कार्यभार देख चुकी हैं। आईएएस अपराजिता पंचकूला में बतौर नगर निगम आयुक्त व एडीसी भी रह चुकी हैं। वर्तमान में वे स्वच्छ भारत मिशन में एमडी के तौर पर कार्यरत थीं। जहां से उनका तबादला बतौर कैथल उपायुक्त के तौर पर हुआ है।
जिसके तहत उन्होंने मंगलवार सुबह अपना कार्यभार संभाल लिया। यहां पहुंचने पर पुलिस की टुकड़ी द्वारा उन्हें गार्ड आफ आनर दिया गया। एडीसी कम सीईओ जिला परिषद सुरेश राविश, कैथल एसडीएम अजय सिंह, डीआइपीआरओ नसीब सिंह सैनी ने कैथल पहुंचने पर उनका स्वागत किया।
डीसी अपराजिता ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं उनकी प्राथमिकताओं में है। साथ ही जिले में चल रहे विभिन्न प्रकार के विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूरा करवाया जाएगा। इसके लिए संबंधित विभागों को एक सप्ताह में अपने विभाग से संबंधित विकास कार्यों की रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे सभी मेहनत, ईमानदारी एवं अनुशासन में रह कर अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें। कार्यालय में आने वाले लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं। विभिन्न प्रकार के कार्यो के लिए कार्यालय आने वाले आमजन के साथ अच्छा व्यवहार करें।
डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रत्येक कार्य कानून, नियम और समयबद्धता के अनुसार ही संचालित होगा। हमारा उद्देश्य स्पष्ट है कि जनहित सर्वोपरि है और काम में शिथिलता का कोई स्थान नहीं। सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा, पारदर्शिता और अनुशासन के साथ करें।
फाइलों में अनावश्यक विलंब, जन शिकायतों की उपेक्षा या प्रक्रियाओं में लापरवाही को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक न्यायपूर्ण, सहयोगी और सकारात्मक कार्य परिवेश बनाए रखना उनकी प्राथमिकता रहेगी। साथ ही सभी क्षेत्रों में सरकार के निर्देशानुसार आमजन तक योजनाओं का लाभ पहुंचे, यह सुनिश्चित किया जाएगा।

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