कैथल में डेंगू का प्रकोप, 7 नए मामले आए सामने; मरीजों की संख्या पहुंची 79
कैथल जिले में डेंगू के सात नए मामले सामने आने से मरीजों की संख्या 79 हो गई है। चिकनगुनिया के भी दो नए केस मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग लार्वा की जांच और दवा का छिड़काव कर रहा है, लेकिन फॉगिंग की कमी से लोगों में रोष है। टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं और लोगों को सफाई के बारे में जागरूक किया जा रहा है। सरकारी अस्पताल में मुफ्त जांच की सुविधा उपलब्ध है।

कैथल में डेंगू के सात नए केस मिले हैं। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, कैथल। जिले में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सात नए केस मिलने पर अब संख्या 79 तक पहुंच गई है। वहीं इस सीजन में चिकनगुनिया के भी दो नए केस सामने आ चूके हैं। डेंगू च चिकनगुनिया के मामले बढ़ने पर विभाग सतर्क हो गया है। डोर-टू-डोर अभियान चलाते हुए लार्वा की जांच की जा रही है।
जहां लार्वा मिलता है, वहां दवाई का छिड़काव किया जा रहा है। हालांकि डेंगू के मामले बढ़ने के बावजूद फोगिंग नहीं हो रही है। इस कारण लोगों में रोष है। लोगों का कहना है कि नगर पालिका व पंचायतों को यह कार्य दिया गया है, लेकिन फोगिंग के लिए कई पंचायतों के पास तो मशीन तक नहीं है, ऐसे में कैसे डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव हो पाएगा। वीरवार को टीमों ने 10 हजार घरों का सर्वे किया, जहां 32 जगहों पर मच्छर का लार्वा मिला है।
बता दें कि जिले में 930 टीमें विभाग की मलेरिया व डेंगू से बचाव को लेकर डोर-टू-डोर सर्वे कर रही हैं। लोगों को बीमारी से बचाव के लिए पानी के बर्तनों की सफाई करने, कूलर, फ्रिज की ट्रे, छत पर रखा पुराना सामान, गमले व घरों के बाहर जमा पानी की सफाई बारे जागरूक किया जा रहा है।
जिला स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. नीरज मंगला ने बताया कि डेंगू व मलेरिया से बचाव बारे लोगों को जागरूक किया जा रहा है। डेंगू के अब तक 79 व चिकनगुनिया के दो केस इस सीजन में सामने आ चूके हैं। लोगों को डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव बारे जागरूक किया जा रहा है। जिला नागरिक अस्पताल में जांच निशुल्क होती है। अगर किसी व्यक्ति को लक्षण नजर आते हैं तो वे सरकारी अस्पतालों में जांच करवाएं, ताकि समय रहते इलाज शुरू हो सके।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।