Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कैथल के इस गांव में तालाब में मृत पड़ी मछलियां, बीमारी फैलने की आशंका; इलाके में मचा हड़कंप

    Updated: Thu, 09 Oct 2025 10:03 AM (IST)

    गांव खेड़ी शेरखा के तालाब में मछलियों के मरने से प्रदूषण फैल रहा है, जिससे ग्रामीणों को बीमारी का डर है। पशुओं के लिए पेयजल का संकट भी बढ़ गया है, क्योंकि तालाब ही उनका मुख्य स्रोत है। ग्रामीणों ने अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। अब ग्रामीणों ने सरकार से तालाब की सफाई और जल परीक्षण की मांग की है।

    Hero Image

    खेड़ी शेरखा तालाब में मछलियों की मौत से ग्रामीणों में चिंता। फाइल फोटो

    संवाद सहयोगी,कलायत। गांव खेड़ीशेरखा में स्थित तालाब में मछलियों व अन्य जलीय जीवों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि तालाब के आसपास भारी दुर्गंध फैल गई है। जिससे ग्रामीणों का रहना मुश्किल हो गया है। इसके साथ ही पशुधन के लिए पेयजल का संकट उत्पन्न हो गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तालाब ही गांव के पशुधन का प्रमुख जल स्रोत है। ग्रामीणों का कहना है कि वे बीते कई वर्षों से इस समस्या से जूझ रहे हैं और कई बार पंचायत तथा पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। अधिकारियों की लापरवाही से लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर रहा है। इससे सरकार की तालाबों को निखारने व संवारने की योजनाओं की भी पोल खोल दी है।

    ग्रामीणों ने बताया कि तालाब में मछलियों की मौत का मुख्य कारण जल की गंदगी, उचित निकासी व्यवस्था का अभाव और रसायनिक प्रदूषण बताया जा रहा है। गांव के बुजुर्गों का कहना है कि यह तालाब कभी साफ-सुथरा और गांव की जल जीवन रेखा हुआ करता था।अब यह बदबूदार पानी का गड्ढा बनकर रह गया है।

    ग्रामीण कर्मा, सुंदर, लीलाराम, देवी राम, रामू, सरुपा, मनवीर, जगवीर और भान ने बताया कि गर्मी के मौसम में यह तालाब पशुओं के लिए एकमात्र सहारा होता है। लेकिन अब जल अशुद्ध होने के कारण न तो इंसान और न ही जानवर इसका उपयोग कर पा रहे हैं।

    इस समस्या के समाधान के लिए ग्रामीणों ने सरकार और संबंधित विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द तालाब की सफाई कराई जाए, जल का परीक्षण किया जाए तथा तालाब में आक्सीजन की उचित व्यवस्था की जाए। साथ ही यह भी मांग की गई है कि तालाबों के रखरखाव की जिम्मेदारी तय की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।

    दूर होगी ग्रामीणों की समस्या: रितु शर्मा

    कलायत की खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी रितु शर्मा ने बताया कि खेड़ीशेरखा गांव में तालाब की सफाई व रख-रखाव बारे ग्राम सचिव को निर्देश दिए गए हैं।ग्रामीणों की समस्या का जल्द हल होगा।