हरियाणा में कोरोना की दस्तक, कैथल में स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है जांच किट; 3 साल से खराब पड़ा ऑक्सीजन प्लांट
हरियाणा के कैथल में कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। हालांकि विभाग के पास जांच के लिए किटों की कमी है लेकिन 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज से किटें मंगवाई जा रही हैं। अस्पताल में मास्क और सैनिटाइजर का प्रबंध किया जा रहा है। खांसी जुकाम व बुखार के केस के लिए अलग से ओपीडी शुरू की गई है।

जागरण संवाददाता, कैथल। हरियाणा में कोरोना संक्रमण की दस्तक के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग सतर्क तो हो गया है, लेकिन इस समय स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना की जांच के लिए किट तक नहीं है, जो चिंता की बात है। हालांकि विभाग ने सावधानियां बरतते हुए जिला नागरिक अस्पताल में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड बना दिया है। कोरोना की किट न होने पर अधिकारियों का तर्क है कि कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल से की व्यवस्था करते हुए किट मंगवा है।
वहीं अस्पताल में मास्क और सैनिटाइजर के प्रबंध किए जा रहे हैं। अस्पताल में खांसी, जुकाम व बुखार के केस को लेकर अलग से ओपीडी शुरू की गई है। स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक ने सतर्कता बरतने के लिए चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
इसके तहत पूरे जिला नागरिक अस्पताल में मास्क लगाने के आदेश जारी किए हैं। मुख्य रूप से गायिनी व बाल रोग वार्ड में बेहतर व्यवस्था बनाने के आदेश दिए हैं। यह आदेश सावधानी बरतने के लिहाज से विभाग ने जारी किए हैं। जिले में अब तक कोरोना महामारी के समय 378 संक्रमित मामले आए हैं।
जिले में कोरोना महामारी की शुरूआत से लेकर अब तक विभाग की ओर से पांच लाख 51 हजार 146 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इसमें से 15 हजार 496 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे। जबकि 378 लोगों की कोरोना महामारी के कारण मौत की हो चुकी है।
हालांकि, राहत की बात यह है कि वर्तमान समय में कोरोना का कोई भी केस नहीं है। दूसरा यह भी है कि जिले में कोरोना महामारी से ठीक होने वाले मरीजों का प्रतिशत भी 97.5 रहा है। महानिदेशक कार्यालय की ओर से जारी की गई हिदायतों के तहत विदेश से आने वाले लोगों की जानकारी जुटाई जाएगी। यदि जरूरत पड़ी तो उनके सैंपल भी लिए जाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना से निपटने के लिए ये प्रबंध
स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना से निपटने के लिए इस समय जिले में तीन आक्सीजन प्लांट, 425 सामान्य कोविड बेड हैं। इसमें 100 बेड का प्री-फेब्रिकेटेड कोविड अस्पताल भी शामिल है। जबकि 195 आक्सीजन बेड, 28 नान आक्सीजन बेड, 42 आइसीयू, 09 वेंटिलेटर और छह वेंटिलेटर एंबुलेंस हैं।
हालांकि, अस्पताल में चिकित्सकों का भारी टोटा है। विशेषज्ञ चिकित्सक न होने के कारण आज तक आइसीयू भी शुरू नहीं हो पा रहा है। अस्पताल में आइसीयू बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन अभी तक शुरू नहीं किया है।
दो साल से भी ज्यादा समय से खराब पड़ा ऑक्सीजन प्लांट
नागरिक अस्पताल में दो साल से भी ज्यादा समय से आक्सीजन प्लांट खराब पड़ा है। प्लांट खराब होने के कारण अस्पताल प्रशासन की तरफ से आक्सीजन सिलेंडर से काम चलाया जा रहा है।
ऑक्सीजन को ठीक करवाने के लिए दस लाख रुपये का बजट मांगा गया है, अभी तक इस बारे में पत्राचार ही हो रहा है। अगर कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो खराब आक्सीजन प्लांट के कारण परेशानी बढ़ जाएगी।
कोरोना को लेकर अस्पताल में पुख्ता प्रबंध : सचिन
जिला नागरिक अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी डा. सचिन मांडले ने बताया कि जिला नागरिक अस्पताल में 20 बेड का आइसोलेशन वार्ड भी बना दिया गया है। कल्पना चावला मेडिकल कालेज करनाल से की व्यवस्था करते हुए किट मंगवा ली है। वहीं अस्पताल में मास्क और सैनिटाइजर के प्रबंध पूरे हैं। खांसी, जुकाम व बुखार के मामले आने पर जांच के निर्देश दिए गए हैं। ओपीडी में चिकित्सकों को अलर्ट किया है। अस्पताल में जल्द ही आइसीयू शुरू कर दिया जाएगा।
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