कैथल में बैठक में पिस्तौल ले पहुंचे वाइस चेयरपर्सन प्रतिनिधि, कहा- मुझे याद नहीं रहा
कैथल जिला परिषद की बैठक में वाइस चेयरपर्सन के पति कर्मबीर फौजी पिस्तौल लेकर पहुँच गए, जिससे हड़कंप मच गया। उन्होंने वार्ड के विकास कार्यों पर सवाल उठाए, लेकिन लोगों का ध्यान पिस्तौल पर अधिक था। नियमों का उल्लंघन करते हुए प्रतिनिधि अगली पंक्ति में बैठे। फौजी ने खेद जताते हुए कहा कि उन्हें याद नहीं रहा कि वे पिस्तौल लेकर आए हैं।

िजप हाउस की बैठक में पार्षदों के साथ पिस्लौत लेकर बैठे वाइस चेयरमैन प्रतिनिधि l जागरण जिप
जागरण संवाददाता, कैथल। जिला परिषद में बुधवार को हुई हाउस की बैठक खूब चर्चा में रही। इसमें वाइस चेयरपर्सन सोनिया देवी के पति कर्मबीर फौजी पिस्तौल लेकर बैठक में पहुंचे। न केवल बैठक में पार्षदों के साथ अगली लाइन में बैठे रहे, बल्कि वार्ड में विकास कार्यों को लेकर मुद्दा भी उठाया।
इस दौरान बैठक में शामिल पार्षदों, ब्लाक समिति चेयरमैन व कर्मचारी, अधिकारियों का ध्यान उनके मुद्दों की तरफ कम बल्कि पिस्तौल पर ज्यादा लगा रहा। प्रतिनिधि के नियम अनुसार हाउस की इस बैठक में पिस्तौल लेकर शामिल होना तो दूर की बात, वैसे भी नहीं बैठ सकते। सिर्फ पार्षदों, ब्लाक समिति चेयरमैन व अधिकारी, कर्मचारी ही बैठक में शामिल हो सकते हैं।
10 मिनट पहले ही मिला था निमंत्रण
डीएमसी जिला पालिका आयुक्त कपिल शर्मा ने बताया कि जिला परिषद हाउस की बैठक में आने के लिए 10 मिनट पहले ही निमंत्रण मिला था। कोई प्रतिनिधि पिस्तौल लेकर शामिल हुआ है तो गलत है।
प्रतिनिधि बोला- मुझे याद नहीं रहा, इसका खेद
वाइस चेयरपर्सन प्रतिनिधि कर्मबीर फौजी ने बताया कि बैठक में असला लेकर शामिल होने का उसे खेद है, उसे स्वयं ही यह याद नहीं रहा की वे असला लेकर आया है। आगे से वे इसका पूरा ध्यान रखेंगे। हाउस की एक गरिमा होती है, जिसका वे दिल से सम्मान करते हैं।
बैठक में नियमों का किया गया उल्लंघन
हाउस की बैठक में वाइस चेयरपर्सन प्रतिनिधि व पार्षद प्रतिनिधि शामिल नहीं हो सकते, लेकिन बुधवार को हुई बैठक में पार्षद पीछे वाली लाइन में और प्रतिनिधि अगली लाइन में बैठे नजर आए। यहां तक की मंच पर चेयरमैन कर्मबीर कौल व जिला पालिका आयुक्त कपिल शर्मा के साथ पार्षद प्रतिनिधि श्रवण देवबन भी बैठे हुए नजर आए।
बता दें कि जुलाई माह में हुई बैठक में वार्ड नंबर दो से पार्षद दीपक मलिक जाखौली ने यह मुद्दा भी उठाया था कि पार्षद प्रतिनिधियों को इस बैठक से बाहर रखा जाए और पार्षदों को अपने-अपने वार्डों की मांग उठाने के लिए समय दिया जाए। इसी तरह से राजौंद ब्लाक समिति की चेयरमैन बैठक में मौजूद रही, लेकिन बात प्रतिनिधि अनिल मलिक ने रखी।

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