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    कैथल में 85 लाख की ठगी का मामला, पेट्रोल पंप में हिस्सेदारी का दिया था झांसा; पुलिस ने आरोपी को दबोचा

    Updated: Wed, 04 Jun 2025 12:26 PM (IST)

    कैथल पुलिस ने पेट्रोल पंप में हिस्सेदारी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक आरोपी रोहताश को गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता दयाल चंद से आरोपियों ने तेल में कमीशन और पंप में हिस्सेदारी का लालच देकर 60 लाख रुपये ठगे थे। बाद में पंप की लीज होने का पता चलने पर धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    पेट्रोल पंप में हिस्सेदारी करने के नाम पर 85 लाख की ठगी करने के मामले में आरोपी गिरफ्तार।

    जागरण संवाददाता, कैथल। पेट्रोल पंप में हिस्सेदारी करने के नाम पर ठगी करने के मामले की जांच सदर थाना पुलिस के एएसआई जयपाल सिंह की टीम ने की। टीम ने आरोपित गांव कल्लर भैणी जिला हिसार निवासी रोहताश को काबू कर लिया।

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    पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गांव खुराना निवासी दयाल चंद की शिकायत के अनुसार उसका खनौरी रोड कैथल स्थित सत्या फिलिंग स्टेशन पर आना-जाना था। वहां उसकी दोस्ती रोहताश से हुई थी, जो हाल सनसिटी कैथल में रह रहा है। रोहताश ने बताया कि वह गांव बात्ता स्थित देव दीप फिलिंग स्टेशन का मालिक है।

    25 अगस्त 2020 को रोहताश और अमन उसके घर आए थे। दोनों ने कहा कि उनके पंप पर तेल नहीं है, जिसके लिए उन्हें पैसे चाहिए। उन्होंने उससे 15 लाख रुपये मांगे और तेल में आधा कमीशन देने का लालच दिया। उनकी बातों में आकर उसने करीब 60 लाख रुपये अलग-अलग तारीखों में आरोपितों के खातों में भेज दिए थे।

    पैसे लेने के बाद भी उसे तेल बेचकर हुए लाभ का कोई हिस्सा नहीं दिया। सितंबर 2022 में तीनों आरोपित उसके घर आए और बोले कि उन्हें मकान बनाने के लिए पैसे चाहिए। वे उसे पेट्रोल पंप में हिस्सेदारी दे देंगे। पंप की कीमत करीब तीन करोड़ रुपये है।

    हमने 60 लाख रुपये पहले लिए हुए हैं और 21 लाख रुपये दे दो। उसने पैसे दे दिए और उसे पंप में चौथे हिस्से का मालिक बनाने पर सहमति हो गई। उसे बयाना भी लिख कर दिया गया था। रजिस्ट्री उसके नाम करवाने के लिए अगस्त 2023 का समय दिया गया। इसके बाद उससे करीब ढाई लाख रुपये लिए गए थे।

    आरोपितों ने रजिस्ट्री करवाने की तारीख आगे बढ़ा दी। उसे बाद में पता लगा कि पंप 30 साल के लिए एचपी कंपनी ने लीज पर लिया हुआ है। यह रोहताश और अमन की संपत्ति नहीं है। उसने पैसे वापस मांगे तो उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। इस बारे में सदर थाना में मामला दर्ज कर लिया गया था।