हरियाणा: एक राष्ट्र-एक चुनाव के समर्थन में जुटेगी BJP, प्रदेशभर में चलेगा अभियान; पार्टी कार्यकर्ताओं की लगेगी ड्यूटी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक राष्ट्र एक चुनाव नीति के लिए जनसमर्थन जुटाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों सामाजिक संगठनों एनजीओ और जागरूक संस्थाओं को इस विचारधारा से जोड़ते हुए देशभर में इसके पक्ष में जनमत तैयार करना है। पार्टी का मानना है कि बार-बार होने वाले चुनावों से न केवल राजकोष पर बोझ बढ़ता है।
पंकज आत्रेय, कैथल। भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्र-एक चुनाव (वन नेशन, वन इलेक्शन) की नीति को लेकर जनसमर्थन जुटाने के लिए प्रदेशव्यापी अभियान शुरू करने जा रही है। इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों, सामाजिक संगठनों, एनजीओ और जागरूक संस्थाओं को इस विचारधारा से जोड़ते हुए देशभर में इसके पक्ष में जनमत तैयार करना है।
पार्टी जिला स्तर पर राष्ट्रपति के नाम उपायुक्तों को ज्ञापन सौंपेगी, जिसमें एक राष्ट्र-एक चुनाव की आवश्यकता और लाभों का उल्लेख होगा। इस अभियान को व्यापक जनसंपर्क के माध्यम से गांव-गांव, शहर-शहर तक ले जाया जाएगा ताकि आम जनता को इस नीति की गंभीरता और देशहित में इसकी अनिवार्यता से अवगत कराया जा सके।
'सरकारी ऊर्जा की होगी बचत'
यह जानकारी पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री फणिंद्र नाथ शर्मा ने दी। वह कलायत में भाजपा नेता उमेश शर्मा के प्रतिष्ठान पर कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पार्टी का विचार है कि यह अभियान केवल राजनीतिक आंदोलन नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र को अधिक मजबूत, सशक्त और सुचारु बनाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है।
उनके अनुसार, बार-बार होने वाले चुनावों से न केवल राजकोष पर बोझ बढ़ता है, बल्कि प्रशासनिक कार्य भी बाधित होते हैं। ऐसे में एक साथ चुनाव की व्यवस्था से समय, संसाधन और सरकारी ऊर्जा की बचत होगी। इस विचार के विरोध में कुछ दल या संगठन सामने आ सकते हैं, लेकिन पार्टी का उद्देश्य है कि जनता के बीच इसके फायदे रखकर सकारात्मक माहौल तैयार किया जाए।
'बार-बार चुनाव से विकास कार्यों में बाधा'
कुछ लोग इसका विरोध करेंगे, लेकिन उन्हें दरकिनार कर हमें यह समझाना होगा कि यह कदम राष्ट्रहित में है। भाजपा कार्यकर्ता इस अभियान को जन-आंदोलन का रूप देंगे और जनसभाओं, संवाद कार्यक्रमों, सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से लोगों को जोड़ने का काम करेंगे।
पार्टी का मानना है कि देश में बार-बार चुनाव कराने की व्यवस्था से न केवल आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि विकास कार्यों में भी बाधा आती है। यदि सभी चुनाव एक साथ होंगे तो शासन व्यवस्था अधिक स्थिर और योजनाबद्ध हो सकेगी। अटल जन्म शताब्दी यह वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म शताब्दी वर्ष है।
स्वदेशी को लेकर अभियान शुरू करेगी पार्टी
भाजपा इसे भी आम जनमानस में लेकर पहुंच रही है। पार्टी संगठन का विचार है कि उनकी नीतियों को भी साझा किया जाएगा। इसी तरह से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी वर्ष भी मनाया जाएगा। कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर इन दोनों विषयों पर भी पार्टी काम करने जा रही है।
इसके साथ-साथ पार्टी एक बार फिर प्रदेश में स्वदेशी को लेकर अभियान शुरू कर सकती है। पार्टी संगठन मंत्री फणिंद्र नाथ शर्मा का कहना है कि चीन ने हमसे मुनाफा कमाया और फिर हमारे ही खिलाफ साजिशें रचता रहता है। स्वदेशी कोई व्यक्तिगत विषय नहीं है, यह देश के स्वाभिमान का विषय है।
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