36 घंटे महिलाओं को फ्री सफर करवाने के बाद भी कैथल डिपो रहा फायदे में : अजय गर्ग
रक्षाबंधन के त्योहार पर महिलाओं व 15 साल के बच्चों को निश्शुल्क सफर करवाने के बाद भी कैथल डिपो की आमदनी फायदेमंद में रही। दो दिनों में कैथल डिपो की बसों ने विभिन्न रूटों पर 30 हजार किलोमीटर कवर किए जिससे कैथल डिपो को 22 लाख रुपये की आमदनी हुई।

जागरण संवाददाता, कैथल : रक्षाबंधन के त्योहार पर महिलाओं व 15 साल के बच्चों को निश्शुल्क सफर करवाने के बाद भी कैथल डिपो की आमदनी फायदेमंद में रही। दो दिनों में कैथल डिपो की बसों ने विभिन्न रूटों पर 30 हजार किलोमीटर कवर किए, जिससे कैथल डिपो को 22 लाख रुपये की आमदनी हुई। बता दें कि इससे पहले नौ लाख के करीब ही डिपो को प्रतिदिन आमदनी होती थी। रोडवेज की बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा महिलाओं और 15 साल तक के बच्चों के लिए थी, लेकिन ज्यादातर महिलाओं के साथ पुरुषों ने भी यात्रा की। इन यात्रियों की टिकटें काटी गई। इसके अलावा त्योहार के चलते दूरदराज क्षेत्र में नौकरी पेशा लोग भी घर लौटे थे, इस कारण यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ।
107 बसें रही रूटों पर
यात्रियों की सुविधा के लिए कैथल डिपो ने 107 बसें विभिन्न रूटों पर चलाई और यात्रियों को दिनभर लाने व ले जाने का काम किया। जिस भी रूट पर यात्रियों की संख्या ज्यादा रही, उसी रूट पर बसें निकाली गई थी। सामान्य दिनों में कैथल डिपो की बसें करीब 22 से 25 हजार किलोमीटर ही कवर कर पाती हैं लेकिन इन दो दिनों में 30 से 32 हजार किलोमीटर बसों ने कवर किए।
डिपो को 22 लाख रुपये की आमदनी हुई
रक्षाबंधन के पर्व पर रोडवेज डिपो को 22 लाख रुपये की आमदनी हुई। शनिवार को 10 लाख रुपये की आमदनी हुई। रविवार को 12 लाख रुपये की आमदनी हुई। कैथल डिपो की औसतन कमाई नौ लाख रुपये तक प्रतिदिन रहती है। 32 हजार यात्रियों ने दो दिन में सफर तय किया।
रक्षाबंधन पर पर्व रोडवेज विभाग द्वारा बेहतर सुविधा दी गई है। बसों में महिलाओं से किराया वसूलने की कोई शिकायत नहीं आई। फ्री यात्रा की सुविधा देने के बाद डिपो घाटे में नहीं रहा। 22 लाख रुपये की आमदनी हुई है। कर्मचारियों की मेहनत से यात्रियों को भी परेशानी नहीं आने दी। बसें समय पर उपलब्ध करवाई गई।
- अजय गर्ग, जीएम कैथल।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।