तीन साल में छेड़छाड़ की 91 शिकायत दर्ज, 37 मिली झूठी
जागरण संवाददाता, कैथल : कानून का दुरुपयोग करते हुए छेड़छाड़ और दुष्कर्म के कानून का दुरुपयोग करते हुए छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामलों में फर्जी शिकायतें भी महिला पुलिस थाना में पहुंच रही हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल :
कानून का दुरुपयोग करते हुए छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामलों में फर्जी शिकायतें भी महिला पुलिस थाना में पहुंच रही हैं। पुलिस की तरफ से की गई जांच में यह सामने आया है। पिछले तीन सालों में अब तक महिलाओं से छेड़छाड़ के 91 केस दर्ज किए हैं, इनमें से 37 शिकायतें झूठी मिली हैं। इन्हें जांच के बाद पुलिस ने रद कर दिया है।
जांच में सामने आया कि शिकायत देने वाली महिलाओं ने छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं, वह झूठे हैं। इसी प्रकार दुष्कर्म के 88 मामले दर्ज हुए हैं, इनमें से 25 शिकायतें ऐसी मिली हैं जिनमें आरोप गलत लगाए गए हैं। इन शिकायतों को भी रद कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है। अब पुलिस ने झूठी शिकायत देने वालों के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।
बाक्स- इस तरह से दर्ज की गई
छेड़छाड़ की शिकायतें
प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए 28 अगस्त 2015 को महिला पुलिस थाने हर जिले में खोले गए थे। कैथल में थाना खुलने के बाद से अब तक 91 शिकायत छेड़छाड़ से संबंधित दर्ज हुई हैं। इनमें वर्ष 2015 में 05, वर्ष 2016 में 05, 2017 में 12, 2018 में 13 शिकायत दर्ज की गई। इन शिकायतों की जब जांच की तो इनमें 35 शिकायतों में छेड़छाड़ के आरोप गलत पाए गए। इसी प्रकार वर्ष 2019 में अब तक दो शिकायत छेड़छाड़ से संबंधित झूठी मिली हैं। कैथल में पूर्व में दुष्कर्म की झूठी शिकायत देकर लोगों को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आ चुका है। एक मामले में तो विजिलेंस ने समझौता कराने के नाम पर रिश्वत मांगने के मामले में एक पुलिस कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़ा था। पुलिस ने इस मामले में आरोपित पुलिस कर्मचारी सहित एक महिला पुलिस कर्मचारी व एक महिला के खिलाफ केस दर्ज किया था। लोग भी आरोप लगाते रहे हैं कि कानून का गलत फायदा उठाते हुए झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
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पूंडरी में महिला ने लगाया जेई व अन्य कर्मियों पर छेड़छाड़ का आरोप,
इस सप्ताह पूंडरी पुलिस थाना में एक महिला ने बिजली निगम के जेई व दो अन्य कर्मचारियों पर घर में घुसकर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। यह मामला सामने आने के बाद बिजली निगम के उच्चाधिकारियों ने एसपी से बातचीत कर निष्पक्ष जांच की मांग की है। डीएसपी रामकुमार ने कहा कि पुलिस इस मामले में गंभीरता से जांच कर रही है। यदि मामला झूठा पाया गया तो धारा 182 के तहत केस दर्ज किया जाएगा। यदि सही पाया तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इस मामले को लेकर पुलिस जांच कर रही है।
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महिला थाना प्रभारी निर्मला ने बताया कि छेड़छाड़ से संबंधित मामलों को लेकर जो शिकायत आती हैं, उनकी जांच कर कार्रवाई की जाती है। जो शिकायत झूठी मिलती हैं उन्हें रद कर दिया जाता है। नियमानुसार ही पुलिस कार्रवाई करती है।
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