अहेरी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने पर जताया आभार
जागरण संवाददाता, कैथल अहेरी थोरी नायक समाज को अनुसूचित जाति में शामिल कर लिया गया है, यह समाज काफ
जागरण संवाददाता, कैथल
अहेरी थोरी नायक समाज को अनुसूचित जाति में शामिल कर लिया गया है, यह समाज काफी पिछड़ा हुआ है और लंबे समय से अनदेखी का शिकार रहा है। समाज की ओर से यह मांग लंबे समय से की जा रही थी। अखिल भारतीय अहेरी थोरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिओम ने मूंदड़ी में आयोजित सम्मान समारोह के दौरान कहा कि अहेरी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल कर लिया गया है, यह खुशी की बात है।
अहेरी समाज अनुसूचित जातियों के साथ एकता बनाकर साथ चलेगा। इसका लाभ समाज को होगा क्योंकि समाज शिक्षा, नौकरी एवं सामाजिक स्तर पर भी लगातार पिछड़ता जा रहा था। समाज के लोगों की नौकरियों में भागीदारी हो और समाज के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में लाभ मिले यह अब सुनिश्चित हो चुका है। जब तक हमारा समाज पूर्ण रूप से सक्षम नहीं हो जाता तब तक इसे बनाए रखना है। अनुसूचित जाति में शामिल होने पर गांव कैलरम, मूंदड़ी, कौल व गांव टीक में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समाज को हक दिलाने के लिए डॉ.शमशेर ¨सह व संगठन पदाधिकारियों व समाज के लोगों का विशेष योगदान रहा। उन्होंने कहा कि जो भी कमजोर तबका है और जिन कमजोर तबकों को नौकरियों एवं शिक्षा के क्षेत्र में मौका नहीं मिलता, उनके लिए ही इस प्रकार की व्यवस्था सरकार द्वारा की जाती है।
सम्मान समारोह में पाला राम, सूरजभान, विजय ¨सह, बलदेव ¨सह, सुभाष कागड़ा, घीसा राम, प्रोफेसर राजेंद्र कुमार, जसबीर नायक, सतबीर ¨सह, चंदू प्यौदा मौजूद रहे।
दलित पैंथर क्लब के जिला प्रचार सचिव विजय बोहत ने कहा कि अहेरी समाज को अनुसूचित जाति में बहुत पहले ही शामिल किया जाना चाहिए था, क्योंकि समाज इसका हकदार भी है। बहुजन संघर्ष दल के सचिव जोरा ¨सह तारागढ़ ने अहेरी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने का समर्थन किया।
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