बिना संसाधनों के दमकल विभाग को आगजनी की घटनाओं पर काबू पाना होगा मुश्किल
किसानों का गेहूं पककर तैयार है। तापमान भी 40 डिग्री से पार जा चुका है। गर्मी के मौसम में आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने का जिम्मा दमकल विभाग पर है। आगजनी की घटनाओं को देखते हुए दमकल विभाग के पास न तो पर्याप्त संख्या में गाड़ियां हैं और न ही पर्याप्त कर्मचारी। गेहूं के सीजन में फसल में आग लगने वाली घटनाओं पर काबू पाने के साथ-साथ शहर की तंग गलियों में भी आग पर काबू पाना काफी मुश्किल है।

जागरण संवाददाता, जींद: किसानों का गेहूं पककर तैयार है। तापमान भी 40 डिग्री से पार जा चुका है। गर्मी के मौसम में आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने का जिम्मा दमकल विभाग पर है। आगजनी की घटनाओं को देखते हुए दमकल विभाग के पास न तो पर्याप्त संख्या में गाड़ियां हैं और न ही पर्याप्त कर्मचारी। गेहूं के सीजन में फसल में आग लगने वाली घटनाओं पर काबू पाने के साथ-साथ शहर की तंग गलियों में भी आग पर काबू पाना काफी मुश्किल है।
बाजार में तंग गलियों में बड़ी गाड़ियां नहीं जा सकती। ऐस में बाइकों के सहारे आग पर काबू पाने के लिए काम चलाया जा रहा है। वहीं अगर बाजार में आग लग जाती है तो बड़ा नुकसान हो सकता है, जिसमें बाइक पर लगे सिलेंडरों से काबू पाना कर्मचारियों के लिए बड़ी चुनौती है। दो बाइक जींद शहर में व एक-एक बाइक सफीदों, जुलाना, उचाना व नरवाना ब्लाक में है। इसके अलावा पूरे जिले में केवल 14 ही गाड़ियां हैं, जिसमें छह गाड़ी जींद शहर में, दो गाड़ी नरवाना उपकेंद्र में व एक-एक गाड़ी सफीदों, जुलाना व उचाना ब्लाक में हैं। वहीं 14 गाड़ियों पर 93 कर्मचारी कार्यरत हैं। जुलाना, सफीदों, उचाना व नरवाना उपकेंद्र में हर केंद्र पर केवल नौ कर्मचारी ही ड्यूटी दे रहे हैं जबकि हर केंद्र पर 21 कर्मचारियों के पद स्वीकृत हैं। पिछले साल 650 से ज्यादा आगजनी की घटनाएं जिले में हुई थी, जिसमें से 350 घटनाएं गेहूं कटाई के सीजन में हुई थी। कर्मचारियों की मांग मुख्यालय को भेजी गई थी, इसके बावजूद न पर्याप्त कर्मचारी हैं और न ही पर्याप्त संसाधन।
दमकल विभाग में स्टाफ व गाड़ियों की कमी है। इसके बावजूद विभाग के कर्मचारी लगातार डयूटी कर आगजनी की घटनाओं से निपट रहे हैं।
सुनील वर्मा, सहायक जिला अधिकारी, दमकल विभाग।

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