बराड़ खेड़ा में ग्रामीणों का आरोप, टावर की रेडिएशन से पशुओं का हो रहा गर्भपात
मोबाइल टावर की रेडिएशन को लेकर गांवों में भ्रांतियां फैली हुई हैं। कई गांवों में ग्रामीण 5जी की टेस्टिग और मोबाइल टावरों से निकलने वाली रेडिएशन से मौत होने का दावा कर रहे हैं।

संवाद सूत्र, जुलाना : मोबाइल टावर की रेडिएशन को लेकर गांवों में भ्रांतियां फैली हुई हैं। जिले के कई गांवों में ग्रामीण 5जी की टेस्टिग और मोबाइल टावरों से निकलने वाली रेडिएशन से मौत होने का दावा कर रहे हैं। ईगराह और भिड़ताना में तो लोग मोबाइल टावरों को बंद भी करा चुके हैं। वहीं, अब जुलाना क्षेत्र के गांव बराड़ खेड़ा में ग्रामीणों ने मोबाइल टावर का विरोध किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में लगाए गए मोबाइल टावर के रेडिएशन से भैंसों का गर्भापात हो रहा है। जिसके चलते पशुपालकों को काफी नुकसान हो रहा है। विभाग ने अभी तक कोई भी सुध नहीं ली है। ग्रामीणों मी मांग है कि गांव से टावर को बाहर किया जाए।
बराड़ खेड़ा गांव निवासी थांबूराम, सतबीर, शीशपाल, कृष्ण, बारू, अनूप, बीरेंद्र, रामकुमार ने बताया कि एक महीने में टावर के रेडिएशन से लगभग 150 भैंसों का गर्भपात हो गया। इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत डीसी से भी की, लेकिन कोई भी समाधान नहीं हो पाया है। शुक्रवार को गांव की चौपाल में दर्जनों लोग एकत्रित हुए और नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया। ग्रामीणों ने कहा कि पशुओं के साथ रेडिएशन का मनुष्यों पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है।
वर्जन
अभी तक उनके पास कोई भी शिकायत नहीं आई है। गांव में पशुओं में हो रहे गर्भपात की जांच के लिए उनके पास ऐसा कोई यंत्र भी नहीं है। जिससे पता चल सके कि गर्भपात का कारण रेडिएशन है या कोई ओर। अगर कोई शिकायत आती है, तो मामले की जांच की जाएगी।
डा. रोबिन, वेटरनरी सर्जन वीएस बराड़ खेड़ा

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