डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड में खराब होने वाली सड़कों का डाटा तैयार करेगा मार्केटिग बोर्ड
फोटो 7 8 जागरण संवाददाता जींद। जींद जिले में मार्केटिग बोर्ड द्वारा बनाई गई ऐसी सड़

फोटो 7, 8: जागरण संवाददाता, जींद।
जींद : जिले में मार्केटिग बोर्ड द्वारा बनाई गई ऐसी सड़कों का डाटा तैयार किया जाएगा, जो डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड में खराब हुई हैं। इसे बाद ठेकेदार से इन सड़कों को ठीक करवाया जाएगा। इसके लिए मार्केटिग बोर्ड द्वारा विशेष अभियान चलाया जाएगा। खराब हुई सड़कों समय रहते ठीक करवाने पर बोर्ड का काफी पैसा बचेगा।
दरअसल मार्केटिग बोर्ड द्वारा गांवों को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण किया जाता है। इनकी क्षमता नौ टन वजन की होती है, लेकिन पिछले दिनों क्षेत्र में चले राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण कार्य के चलते इन सड़कों से निर्माण सामग्री ढोने वाले भारी वाहन भी गुजरे। ऐसे में अधिकतर सड़कें टूट गई है। वहीं टूटी हुई सड़कें बरसात के मौसम में और भी अधिक खराब होंगी। इसलिए अभी से मार्केटिग बोर्ड इसका डाटा तैयार करवा रहा है।
जिले में मार्केटिग बोर्ड की सड़कों की कुल लंबाई 300 किलोमीटर से अधिक है। वहीं कुछ सड़कें डेढ साल पहले लोकनिर्माण विभाग को हस्तांतरित कर दी गई थी। इसके बाद कुछ कच्चे रास्तों को पक्का करने का काम शुरू हुआ है। इन सभी सड़कों का रखरखाव मार्केटिग बोर्ड द्वारा किया जा रहा है।
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अधिकतर सड़क नहीं चलने लायक
मार्केटिग बोर्ड की अधिकतर सड़कें चलने लायक ही नहीं हैं। इनमें कुछ सड़कों का निर्माण तो दो साल से भी कम समय पहले हुआ है और यह सड़कें टूटने लगी हैं। ग्रामीण सड़कों से अधिकतर आना-जाना किसानों को होता है। इससे पशुओं के पैर भी खराब हो रहे हैं और लोग इसको लेकर शिकायत भी देते रहे हैं। हालांकि सड़क निर्माण के तीन साल तक इसका रखरखाव करने की जिम्मेदार ठेकेदार की होती है।
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डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड की अवधी तीन साल की होती है। नियमित रूप से सड़कों की जांच होती है। अभी भी सभी सड़कों की जांच करवाई जाएगी। जो सड़कें खराब हो गई हैं, उनको ठेकेदार से ठीक करवाया जाएगा। इसके लिए सभी संबंधित एसडीओ व जेई को निर्देश दिए गए हैं।
-डीपी नैन, एक्सईएन, मार्केटिग बोर्ड, जींद।
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