जींद शहर में हर रोज खुलेगा पूरा बाजार
डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि जब तक जींद शहर में कोरोना का कोई मरीज नहीं आता है तब तक पूरा बाजार खुलेगा। हालांकि उन्होंने व्यापारियों से अपील की कि जहां भीड़ भरे बाजार हैं वहां व्यापारी संगठन खुद ही एक तरफ की दुकानें खोलने का फैसला लें तो कोरोना को बढ़ने को रोका जा रहेगा।
जागरण संवाददाता, जींद : शहर के बाजार खोलने को लेकर प्रशासन दिनभर असमंजस में रहा। दिन में प्रशासन ने व्यापारी प्रतिनिधियों से कहा कि दुकानें खोलने को लेकर सोमवार से दोबारा लेफ्ट-राइट सिस्टम लागू होगा। एक दिन एक तरफ की दुकानें खुलेंगी तो अगले दिन दूसरी तरफ की, लेकिन शाम होते-होते प्रशासन ने अपना यह फैसला पलट दिया और कहा कि जींद शहर में रविवार सहित रोज पूरा बाजार सुबह 8 से शाम 6 बजे तक खुला रहेगा।
डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि जब तक जींद शहर में कोरोना का कोई मरीज नहीं आता है, तब तक पूरा बाजार खुलेगा। हालांकि उन्होंने व्यापारियों से अपील की कि जहां भीड़ भरे बाजार हैं, वहां व्यापारी संगठन खुद ही एक तरफ की दुकानें खोलने का फैसला लें तो कोरोना को बढ़ने को रोका जा रहेगा। डीसी ने साथ ही यह भी कहा कि जींद शहर में कोरोना का मरीज आता है तो पूरा बाजार खोलने की दोबारा समीक्षा की जाएगी।
एसडीएम से बिगड़ी बात, तहसीलदार ने संभाली
एसडीएम सत्यवान मान ने शनिवार दोपहर शहर के दोनों व्यापारी संगठनों को अपने कार्यालय में बुलाकर बताया कि सरकार का आदेश आया है कि सोमवार से सिर्फ एक तरफ की दुकानें खुलेंगी। पूरा बाजार नहीं खुल पाएगा। इस पर व्यापारी प्रतिनिधियों ने एसडीएम से पूछा कि किन ट्रेडरों को दुकान खोलने की छूट मिलेगी। इस पर एसडीएम ने कहा कि इस बार नियम सख्त हैं, इसलिए पूरा बाजार ही बंद रहेगा। व्यापारी प्रतिनिधियों ने बाजार से संबंधित कुछ और सवाल पूछे तो एसडीएम उखड़ गए। इससे व्यापारी भी गुस्से में आकर मीटिग को बीच में ही छोड़कर आ गए। बाद में तहसीलदार मनोज अहलावत मौके पर पहुंचे और व्यापारियों से दोबारा बातचीत करके उनको शांत किया। तहसीलदार के व्यवहार और बातचीत से व्यापारी संतुष्ट हुए और कहा कि प्रशासन जो भी फैसला लेगा, वह उन्हें मान्य होगा।
मासाखोरों पर अभी फैसला नहीं
सब्जी मंडी में मासाखोरों के बैठने पर अभी प्रशासन कोई फैसला नहीं ले पाया है। इसका बड़ा कारण यह है कि जींद मार्केट कमेटी में एक भी मासाखोर रजिस्टर्ड नहीं है। इसलिए मासाखोरों को सब्जी मंडी में बैठने का प्रावधान नहीं है। कानूनन रूप से मंडी में शेड के नीचे सिर्फ किसान ही अपनी फसल बेच सकते हैं। शनिवार को विधायक डॉ. मिढ़ा ने भी डीसी से मुलाकात करके मासाखोरों को सब्जी मंडी में बैठने की परमिशन देने की मांग की थी। डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने कहा कि एसडीएम को आदेश दिया है कि मासाखोरों की आजीविका चलाने के लिए कोई रास्ता निकाला जाए। अभी मंडी के अंदर नहीं तो आसपास बैठने की जगह चिह्नित की जाए।
शाम 6 बजे कंटेनमेंट जोन खोलने शुरू
प्रशासन ने शनिवार शाम को रोहतक रोड व डिफेंस कॉलोनी को कंटेनमेंट जोन से फ्री करने के लिए प्रक्रिया शुरू की। डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने कहा कि पुलिस के साथ मिस कम्युनिकेशन के कारण शनिवार सुबह से कंटेनमेंट जोन नहीं खुल पाया। पुलिस को आदेश कर दिया है कि दोनों इलाकों को खोल दिया जाए। डीसी ने बताया कि रविवार से दोनों इलाके पूरी तरह खुल जाएंगे। भविष्य में जिस इलाके में कोरोना पॉजिटिव आएगा, वहां पूरे इलाके के बजाय उस गली को कंटेनमेंट जोन में शामिल किया जाएगा।