नागरिक अस्पतालों में बच्चों के लिए बनाए जाएंगे टेक केयर सेंटर : रंजीता मेहता
बच्चों के रचनात्मक विकास के मद्देनजर हरियाणा राज्य बाल जिला बाल कल्याण परिषद के माध्यम से रुचिकर कक्षाओं का आयोजन एक जून से 31 जुलाई तक किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, जींद : बच्चों के रचनात्मक विकास के मद्देनजर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से प्रदेशभर के बच्चों के लिए संबंधित जिला बाल कल्याण परिषद के माध्यम से रुचिकर कक्षाओं का आयोजन एक जून से 31 जुलाई तक किया जा रहा है। जींद जिले के विशेष आवश्यकता और सामान्य श्रेणी के बच्चों के लिए बुधवार को हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता विशेष तौर से समर कैंप और रुचिकर कक्षाओं के उद्घाटन के लिए पहुंची।
उन्होंने अर्बन एस्टेट स्थित अंकुर दिव्यांग संस्थान अैर सफीदों मंडल के गांव बागडू कलां स्थित नेशनल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में बच्चों के लिए नृत्य, संगीत, आर्ट एंड क्राफ्ट, पेंटिग, योग जैसी रुचिकर कक्षाओं का शुभारंभ किया। इससे पहले लघु सचिवालय के सभागार में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल में इलाज के आने वाले लोग अपने साथ बच्चों को लेकर आते हैं क्योंकि पीछे से उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होता। माता-पिता अस्पताल में इलाज के दौरान बच्चों की देखभाल नहीं कर पाते हैं। जिससे बच्चों को बड़ी दिक्कत होती है। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद नागरिक अस्पतालों में टेक केयर सेंटर बनाने पर विचार कर रही है, जहां बच्चों की संभाल रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि डीसी डा. मनोज कुमार के मार्गदर्शन में जिलेभर के बच्चों की विकास कार्य विभिन्न परियोजनाएं जिला परिषद के माध्यम से चलाई जा रही हैं। बच्चों के सपनों को रचनात्मकता के पंख लगा कर उनको आसमान की ऊंचाइयों को छूने के लिए भावनात्मक, मानसिक व मनोवैज्ञानिक सशक्तीकरण की राज्य स्तरीय परियोजना बाल सलाह, परामर्श व कल्याण केंद्रों के माध्यम से प्रदान किया जा रहा है। राज्य बाल कल्याण परिषद का एकमात्र उद्देश्य है बच्चों का संपूर्ण, सशक्त चहुमुखी विकास। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला वरिष्ठ बाल कल्याण अधिकारी एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि सामाजिक सहयोग से हर चीज संभव हो सकती है। बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से हर व्यक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका उनके आसपास के वातावरण में सकारात्मकता और उत्साह के प्रचार प्रसार की बनती है। अगर हम चाहते हैं कि हमारे युवा सशक्त हो, तो बाल्यावस्था से ही विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से उनकी रुचियों पर ध्यान केंद्रित करके उनके जीवन लक्ष्य निर्धारित करने में सहयोग किया जा सकता है। यह संभव भी है और उज्ज्वल भविष्य की ओर संकेत भी है। मानद महासचिव रंजीता मेहता ने जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं कलाम बाल आश्रम बाल संरक्षण केंद्र, चाइल्ड हेल्पलाइन, परिवार परामर्श केंद्र तथा चाइल्ड केयर केंद्रों का अवलोकन भी किया।
कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति अंकुर संस्थान के सचिव एवं आजीवन सदस्य प्रदीप शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी अनिल सिगला, मलकीत सिंह, मुख्यालय कार्यक्रम अधिकारी शिवानी जिदल, सूचना अधिकारी प्रदीप दलाल, कशिश, हिमानी, कुलदीप जैन, अमित, अभिषेक सैनी, सशक्त समाज अभिषेक व विनोद कुमार की रही।
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