जींद में ताबड़तोड़ छापामारी, नकली आभूषण बेचने वाले दो ज्वैलर्स पर हुई कार्रवाई
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने जींद में दो ज्वैलर्स पर छापा मारकर 276 ग्राम नकली हॉलमार्क वाले आभूषण जब्त किए। पहलवान ज्वेलर्स और पाल ज्वेलर्स से यह जब्ती हुई। इन आभूषणों पर यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर (एचयूआईडी) नहीं था और इन्हें असली बताकर बेचा जा रहा था। बीआईएस ने उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूक किया है।

जागरण संवाददाता, जींद। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) टीम ने शहर के मुख्य बाजार में पहलवान ज्वेलर्स और पाल ज्वेलर्स के यहां बुधवार को छापेमारी की। इस दौरान अधिकारियों ने एचयूआईडी (होलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर) रहित आभूषण बरामद किए, जिन्हें उपभोक्ताओं को असली के नाम पर बेचा जा रहा था।
बीआईएस अधिकारियों ने बताया कि पहलवान ज्वेलर्स से 150 ग्राम सोना और पाल ज्वेलर्स से 126 ग्राम सोना जब्त किया गया। कुल मिलाकर 276 ग्राम नकली हालमार्क वाले स्वर्ण आभूषण जब्ती में लिए गए। पहलवान ज्वेलर्स शोरूम पर छापेमारी बीआईएस उप निदेशक अनंत कुमार और उप निदेशक पक्की बालु ने की।
वहीं, पाल ज्वेलर्स पर बीआईएस निदेशक नविता यादव और उप निदेशक सौरभ चंद्र ने कार्रवाई की। हरियाणा शाखा कार्यालय के निदेशक एवं प्रमुख रमेश ने बताया कि यह मामला भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम 2016 की धारा 15 का उल्लंघन है। दोषियों के खिलाफ सक्षम न्यायालय में अभियोजन चलाया जाएगा। यह अपराध एक वर्ष तक के कारावास अथवा एक लाख से शुरू होकर माल के मूल्य का पांच गुणा तक के जुर्माने अथवा दोनों से दंडनीय है।
बीआईएस अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की घटनाएं उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचाने और विश्वास तोड़ने वाली होती हैं। अक्सर ग्राहक सोने की शुद्धता और हालमार्क पर भरोसा करके आभूषण खरीदते हैं। लेकिन कुछ व्यापारी नकली मुहर लगाकर अधिक मुनाफा कमाने की कोशिश करते हैं। जांच करने के लिए बीआईएस केयर मोबाइल एप और डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट बीआईएस डाट जीओवी डाट जीओवी डाट इन का इस्तेमाल करें।
उपभोक्ता किसी भी शिकायत को 0172-2650290 नंबर पर दर्ज करवाएं। शिकायतकर्ताओं की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। यूनिक आइडी नहीं मिली, मार्का भी अपनी फर्म का लगायाहाल मार्क में आभूषण पर शुद्ध सोने की कुल मात्रा, यूनिक नंबर सहित अन्य जानकारी लिखनी होती हैं। जब्त किए गए आभूषणों पर यूनिक नंबर नहीं लिखा गया था।
हाल मार्क की जगह ज्वेलर ने अपनी फर्म का मार्का लगाया हुआ था।उपभोक्ता को धोखाधड़ी से बचाने के लिए हाल मार्क किया गया है लागूबीआईएस की कार्रवाई पर अन्ना टीम सदस्य हितेश ढांडा ने कहा कि नकली हालमार्क सिर्फ कानूनी अपराध ही नहीं, बल्कि उपभोक्ताओं के साथ किया गया सीधा धोखा है।
सरकार ने बीआईएस हाल मार्क इसलिए लागू किया था, ताकि उपभोक्ता को अच्छी क्वालिटी का आभूषण मिले और उसके साथ किसी तरह का धोखा न हो। अगर हाल मार्क में ही फर्जीवाड़ा किया जाता है, तो क्वालिटी पर कैसे भरोसा कर सकते हैं।
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