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    महापुरुषों के जीवन से सीख लेकर जीना चाहिए : मिढ़ा

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 16 Feb 2022 04:32 PM (IST)

    गुरु रविदास जयंती पर बुधवार को रामराये गेट रविदास मंदिर व धर्मशाला में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया। ...और पढ़ें

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    महापुरुषों के जीवन से सीख लेकर जीना चाहिए : मिढ़ा

    जागरण संवाददाता, जींद : गुरु रविदास जयंती पर बुधवार को रामराये गेट रविदास मंदिर व धर्मशाला में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें मुख्य अतिथि विधायक डा. कृष्ण मिढ़ा ने कहा कि हम सभी को महापुरुषों के जीवन चरित्र से सीख लेकर जीवन को सार्थकता से जीना चाहिए। संत शिरोमणी गुरु रविदास ने मानवता को सदमार्ग दिखाया है। भक्ति काल में महापुरुषों ने भक्ति के माध्यम से मानव जाति के लिए भगवान को पाने का मार्ग दिखाया था। सरकार द्वारा सभी महापुरुषों की जयंतियों को सरकारी तौर पर मनाया जा रहा है, जो इन महापुरुषों को सच्चा नमन है। उन्होंने कहा कि संत शिरोमणी गुरु रविदास मध्य युगीन भारत के महान समाज सुधारक थे, उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों और बुराइयों को दूर करते हुए सभी को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य किया। भक्तिकाल में संत महापुरुषों ने समाज सुधार का एक सशक्त संदेश दिया था और भगवान से सीधे जुड़ने की राह समस्त मानव जाति को दिखाई थी। उन्होंने कहा कि संत महापुरुष किसी एक विशेष वर्ग के लिए नहीं, बल्कि समुचित मानव जाति के होते हैं। कोई भी धर्मग्रंथ तोड़ने का नहीं, बल्कि जोड़ने का काम करते हैं। हम सभी को सभ्य समाज की स्थापना के लिए अपना सकारात्मक योगदान देना चाहिए और मानव हित के कार्यों में बढ़चढ़ कर भाग लेना चाहिए। महापुरुषों के दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए सरकार प्रत्येक वर्ग के लिए एक समान नीतियां बना रही है। संत गुरु शिरोमणी रविदास ने भक्ति आंदोलन में समाज सुधार का ऐतिहासिक कार्य किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम डा. वेदप्रकाश बैनीवाल ने कहा कि गुरू रविदास की जयंती पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। सभी वर्गों को उनका अनुसरण करते हुए शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए।

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    कार्यक्रम में जिला कल्याण अधिकारी नरेंद्र सिंह, रविदास महासभा के प्रधान सूबे सिहं, छबीलदास, राजेन्द्र पातलान, पार्षद राममेहर, मदन लाल धनवाल, राजकपूर, शमशेर, कपिल, विजय छाछिया, जयप्रकाश, रतन सिंह, महेंद्र ग्रोवर, हरिश, विक्रम, सूरजमल, वेदप्रकाश पातलान उपस्थित थे।