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    2 वर्ष की उम्र में छोड़ दिया था गांव, 48 साल बाद CM बनकर लौटीं; रेखा गुप्ता की किस बात से हैरान रह गए ग्रामीण?

    Updated: Sun, 20 Jul 2025 01:48 PM (IST)

    दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपना 51वां जन्मदिन हरियाणा के जींद जिले के अपने पैतृक गांव नंदगढ़ में मनाया। उनके साथ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी थे। 48 साल बाद गांव लौटीं रेखा गुप्ता का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया। उन्हें सावन की कोथली और उपहार दिए गए। रेखा गुप्ता ने कहा कि अपने जन्मस्थान पर इतने सालों बाद लौटना भावुक पल है।

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    48 साल बाद गांव लौटी दिल्ली की CM रेखा गुप्ता।

    धर्मवीर निडाना, जींद। हरियाणा के जींद जिले के गांव नंदगढ़ में शनिवार को नजारा अलग था। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता 51वां जन्मदिन पैतृक गांव नंदगढ़ में मनाने पहुंची। उनके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी गांव पहुंचे। गांव में दो-दो मुख्यमंत्री आने पर हर ग्रामीण खुश दिखा।

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    बेटी रेखा गुप्ता सिर्फ दो साल की थी जब परिवार दिल्ली चला गया था। 48 साल बाद पैतृक गांव पहुंचनी। गांव का लाड़-दुलार और स्वागत देखकर भावुक व रोमांचित नजर आईं। ग्रामीणों ने गांव की सीएम बेटी को सावन का कोथली दी। साथ ही बुजुर्ग ग्रामीणों ने भी सूट व रुपये देकर मान-सम्मान किया। ग्रामीणों के साथ केक काटा।

    महिलाओं ने पुस्तैनी घर में झूला झुलाया। जन्मदिन और सावन के शगुन के रूप में रेखा गुप्ता को उपहारों की झड़ी लग गई। कहा कि जहां आपका जन्म हुआ हो वहां चार दशक से भी ज्यादा समय बाद लौटना अपने आप में भावुक कर देने वाला पल होता है।

    उन्होंने बचपन के घर में करीब एक घंटा बिताया। घर जाने को लेकर वह काफी उत्साहित दिखीं। हालांकि, यह मकान अब गांव के ही चांद दलाल ने खरीद रखा है। चांद के परिवार की महिलाओं ने उन्हें पूरा घर दिखाया। यहां उन्होंने अपनी पुरानी यादें ताजा की।

    हर महिला चाहती सावन में मायके आना

    सावन महीने में और जन्मदिन पर अपने गांव में आने पर रेखा काफी भावुक नजर आईं। उन्होंने कहा कि कोई भी महिला चाहे व किसी भी पद पर पहुंच जाए, सावन महीने में अपने मायके जाना चाहती है। तीन महीने पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी से बातचीत के दौरान जन्मदिन पर उन्होंने गांव में आने का न्योता दिया था। उन्होंने कहा कि गांव का यह स्नेह वह कभी नहीं भूलेंगी।

    ग्रामीणों से आत्मीयता से मिली, खिंचवाए फोटो

    दो-दो मुख्यमंत्री एक साथ आने से गांव में सुरक्षा कड़ी रही। इसके बावजूद रेखा गुप्ता ग्रामीणों से बड़ी आत्मीयता से मिली। हर कोई उनसे मिलने और फोटो खिंचवाने के लिए आतुर था। रेखा गुप्ता ने भी किसी को निराश नहीं किया। सभी के साथ बातचीत की और फोटो खिंचवाए। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी रेखा गुप्ता का सबसे इतने आसानी से मिलना और फोटो खिंचाना देखकर कर ग्रामीण हैरान हो गए।