व्यक्तिगत की बजाय सबके हितों का ध्यान रख करें मतदान
दैनिक जागरण के अभियान हर वोट कुछ कहता है के तहत बुधवार को चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में गोष्ठी हुई। जिसमें विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेजिज प्रो. एसके सिन्हा ने विद्यार्थियों को लोकतंत्र में वोट का महत्व बताते हुए हर व्यस्क को वोट बनवाने व उसका प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया।
जागरण संवाददाता, जींद : दैनिक जागरण के अभियान हर वोट कुछ कहता है, के तहत बुधवार को चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में गोष्ठी हुई। जिसमें विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेजिज प्रो. एसके सिन्हा ने विद्यार्थियों को लोकतंत्र में वोट का महत्व बताते हुए हर व्यस्क को वोट बनवाने व उसका प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। वहीं विद्यार्थियों ने भी अपने विचार रखे और बताया कि वे किन मुद्दों को लेकर प्रत्याशी को वोट डालेंगे। गोष्ठी में बताया गया कि सही दल के सही उम्मीदवार को वोट देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि अपना वोट डालना। अपना प्रतिनिधि चुनते समय आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि पार्टी आपकी और साथ ही दूसरे लोगों की आवश्यकताओं को समझती हो। लोकतंत्र का उद्देश्य एक व्यक्ति की जरूरतों को पूरा करना नहीं है, बल्कि सभी लोगों की जरूरतों को पूरा करता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप जिस भी समुदाय के हों, आपको ये जरुर ध्यान रखना चाहिए कि ऐसी पार्टी को चुनें जो आपके अकेले की सुनने की बजाय सभी लोगों की सुनती हो। अच्छी व्यवस्था के लिए मतदान जरूरी
हम तब तक अच्छी व्यवस्था खड़ी नहीं कर पाएंगे, जब तक हम वोट का महत्व और अपने मतदाता होने के फर्ज को पूरी जिम्मेदारी के साथ निभा नहीं देते हैं। मतदान के दिन ये ना सोचें कि आज तो छुट्टी है, उसके वोट ना डालने से क्या होगा। किसी भी प्रलोभन में नहीं फंसते हुए अपने वोट का प्रयोग विवेक के आधार पर पूर्ण निष्पक्षता एवं निष्ठा के साथ करें। जात-धर्म व क्षेत्र से ऊपर उठ कर अच्छे व्यक्ति को चुनें, जिससे स्थिर सरकार बने।
प्रो. एसके सिन्हा, डीन ऑफ कॉलेजिज सबसे बड़ा अधिकार है मतदान
हम एक लोकतांत्रिक देश के स्वतंत्र नागरिक है। लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत जितने अधिकार नागरिकों को मिलते हैं, उनमें सबसे बड़ा अधिकार है वोट देने का अधिकार। इस अधिकार को पाकर हम मतदाता कहलाते हैं। वही मतदाता जिसके पास यह ताकत है वो सरकार बना सकता है, सरकार गिरा सकता है और तो और स्वयं सरकार बन भी सकता है।
डॉ. शिव कुमार, शिक्षक
दूसरों को भी करें जागरूक
वोटिग के दिन लोग अपना वोट संकीर्ण स्वार्थ के चक्कर में किसी गलत व्यक्ति को दे देते हैं। यही सब कारण है कि हमारे देश के चुनावों में से चुनकर आने वाले कई नेता दागी और अपराधी किस्म के होते हैं। जिन्हें सही से बोलना और लिखना भी नहीं आता, ऐसे लोग जो अयोग्य है, वे गलत तरीकों से जीतकर योग्य लोगों पर राज करते हैं। इसलिए खुद जागरूक होने के साथ दूसरों को भी जागरूक करें।
प्रदीप श्योकंद, छात्र
सामाजिक मुद्दों पर करें मतदान
सारे उम्मीदवारों को अच्छे से जानते है तो ठीक है। अन्यथा उनके बारे में सब पता करो। व्यक्ति का व्यवहार देखो और उसमें लीडरशिप की कितनी क्षमता है, ये भी जानें। अगर वह लीडरशिप नहीं कर सकता है, तो क्षेत्र के मुद्दों को संसद तक कैसे पहुंचा पाएगा। व्यक्तिगत हित देखने की बजाय सामाजिक मुद्दों को तवज्जो दें। निजी हित में पड़ने पर हम गलत व्यक्ति को चुनने की भूल कर सकते हैं।
अमित, छात्र आपका वोट मायने रखता है
हर कोई हमेशा ये सोचता है कि उसके अकेले वोट से क्या लोकतंत्र को कोई फर्क पड़ सकता है। इसका जवाब हमेशा यही होगा कि हां फर्क पड़ता है। प्रत्येक वोट लोकतंत्र को मजबूत बनाता है और प्रत्येक ऐसा वोट जो नहीं दिया जाता वो आवाज न सुनने की जगह बनाता है और प्रतिनिधित्व को कमजोर करता है। इसलिए मजबूत लोकतंत्र के लिए हर हाल में वोट डालने जाएं।
वकील सिंह, छात्र वोट की चोट से देंगे जवाब
चाहे कोई भी राजनीतिक पार्टी हो, उसमें अच्छे व बुरे दोनों तरह के लोग मिलेंगे। इसलिए किसी का चेहरा या जाति-धर्म के हिसाब से वोट ना दें। ये भी ना सोचें कि मेरे पिता-दादा जिस पार्टी से जुड़े थे, उसी को वो वोट देगा। वोट डालते समय ध्यान रखें कि चुनाव में जो प्रत्याशी हैं, उनमें से सबसे अच्छा कौन है। उसे धरातल का कितना ज्ञान है और उसकी छवि कैसी है।
दीपक, छात्र
देश के हित में चुनेंगे ईमानदार जनप्रतिनिधि
देश के हित में ईमानदार जनप्रतिनिधि चुनेंगे। जो वादे पूरे सके। खासतौर पर शिक्षा के क्षेत्र में जरूर वादे पूरे करें। ऐसे ही जनप्रतिनिधि का चुनाव हम लोग करेंगे। लोकसभा चुनाव के महापर्व में अपने मत के प्रयोग को लेकर उत्साहित हूं। मै उसी का चुनाव करुंगी जो कर्मठ एवं जुझारू हो। ामजनता के लिए आसानी से उपलब्ध हो सकें।
वीना, छात्रा, सीआरएसयू
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