विदेश भेजने के नाम पर ठगी, आरोपी गिरफ्तार; म्यांमार में बंधक
साइबर थाना पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने जींद के चेतन को थाईलैंड में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और उसे म्यांमार में बंधक बनाकर फिरौती मांगी।
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विदेश भेजने के नाम पर ठगी, आरोपी गिरफ्तार। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, जींद। साइबर थाना पुलिस ने युवकों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले लोगों पर अब शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जींद निवासी चेतन को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने, बंधक बनाकर फिरौती मांगने व जान को खतरे में डालने के आरोपित को साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपित को शनिवार को अदालत में पेश किया। उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
पुलिस शिकायत में एसडी स्कूल के पास रहने वाले युवक चेतन ने कहा कि वह विदेश जाना चाहता था। जींद निवासी विकास की उससे बात हुई। विकास फिलहाल पानीपत की नलवा कालोनी में रहता है। विकास ने उसे थाइलैंड में नौकरी दिलाने का झांसा दिया।
चेतन को विकास ने 16 अगस्त को थाइलैंड भेज दिया। जब चेतन थाइलैंड एयरपोर्ट पर पहुंचा तो कुछ लोगों ने उसे उठा लिया और बंधक बनाकर जंगल के रास्ते से म्यांमार ले गए। यहां उसे केके पार्क नामक कंपनी में बंधक बनाकर रखा।
इस कंपनी में चेतन से मिलने के लिए विकास पहुंच गया और उसे काम दिलाने व आजाद करवाने के नाम पर 50 हजार रुपये की मांग की। चेतन ने यह पैसे उसे मौके पर ही नकद दे दिए। इसके बाद चेतन को इस कंपनी ने यूएसए नागरिकों से धोखाधड़ी करने का काम सौंपा। चेतन ने इस काम करने से मना कर दिया।
चेतन ने कहा कि वह भारत वापस जाना चाहता है। विकास और उसके साथियों ने चेतन से भारत वापस भेजने के नाम पर साढ़े चार लाख रुपये की मांग की। बार-बार धमकियों के बाद चेतन के स्वजन ने विकास को दो लाख रुपये बाइनेंस एप से दे दिए।
इसके बाद भी उसे नहीं छोड़ा। यहां कंपनी के लोग उसे प्रताड़ित करने लगे। यहां कई लोगों को प्रताड़ित करने की शिकायतों के बाद म्यांमार सेना ने इस केके पार्क में छापेमारी की और काफी भारतीय युवकों को यहां से छुड़वाया। आठ नवंबर को चेतन कुछ अन्य भारतीय युवकों के साथ सुरक्षित स्वदेश लौट आया। 14 नवंबर को उसकी शिकायत पर पुलिस ने साइबर थाना में मामला दर्ज किया।
शिकायत पर पुलिस ने विकास को पानीपत से गिरफ्तार किया। पुलिस रिमांड में विकास से उसके अन्य साथियों के बारे में पता लगाया जाएगा। इसके अलावा उसने अब तक कितने युवकों से विदेश भेजने के नाम पर ठगी की, इसके बारे में भी पूछताछ की जाएगी। -कुलदीप सिंह, साइबर थाना प्रभारी।
विदेश में रोजगार के नाम पर भेजने वाले बिचौलियों, एजेंटों या संदिग्ध व्यक्तियों पर विश्वास नहीं करें। सभी प्रकार के विदेश रोजगार आवेदन, वीजा, अनुमति एवं वेरिफिकेशन केवल आधिकारिक, मान्यता प्राप्त सरकारी/रजिस्टर्ड एजेंसियों से ही करवाएं। यदि किसी व्यक्ति ने इसी प्रकार किसी गिरोह या अन्य के माध्यम से पैसे दिए हो या ठगी हुई हो तो तुरंत थाना साइबर क्राइम से संपर्क करें। - कुलदीप सिंह, एसपी, जींद।

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