जींद, जागरण संवाददाता। कोठपुतली-अंबाला राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 152-डी पर कार में आग लगने से सिवाहा निवासी 30 वर्षीय सीमा जिंदा जल गई। वह छह माह की गर्भवती थी और बालाजी से दर्शन कर पति के साथ घर लौट रही थी। सीमा के मायका पक्ष के लोगों ने पति जितेंद्र पर हत्या के आरोप लगाए हैं।

हिसार जिले के बड़ाला निवासी सज्जन सिंह ने बताया कि उसकी बेटी सीमा की हत्या कर जलाया गया है। वहीं जितेंद्र का कहना है कि जब वे बालाजी से लौट रहे थे, तो उनके आगे एक ट्रक चल रहा था।

ट्रक के नीचे घुसी कार

इसी दौरान उनकी गाड़ी ट्रक के नीचे घुस गई। वह गाड़ी चला रहा था और सीमा बाईं ओर सीट पर बैठी थी। इसके चलते कार की बाईं ओर की खिड़की मुड़ गई और कार में धुआं उठने लगा। जब तक वह गाड़ी से नीचे उतरा, गाड़ी में आग लग गई। ऐसे में उसने बाईं ओर की खिड़की खोलने का प्रयास किया, लेकिन नहीं खुल पाई।

जितेंद्र ने सड़क पर दूसरी गाड़ियों को रुकवाया और गांव में भी फोन किया। ग्रामीण कुछ ही देर में यहां पहुंच गए मगर तब तक गाड़ी जल गई थी। सदर थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि महिला के स्वजनों ने मृतका के पति के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया है।

मायका वालों को नहीं दामाद पर विश्वास

सीमा के स्वजनों ने बताया कि जिस प्रकार से जितेंद्र कहानी बता रहा है, उस पर विश्वास नहीं हो सकता। कार में अचानक आग लगी है, तो जितेंद्र कैसे सुरक्षित है।

सीमा के स्वजन उठा रहे सवाल

स्वजनों का कहना है कि जितेंद्र अक्सर बालाजी जाता रहता था, पहली बार वह सीमा को साथ लेकर गया। उनका आठ साल का बेटा भी है जिसे वह नहीं ले गए। हादसा होने पर अगर जितेंद्र चाहता तो चालक साइड से भी सीमा को निकाल सकता था।

Edited By: Jagran News Network