IPS पति को 22 साल पहले 39 जूते, अजय और अभय चौटाला पर केस करेंगी जज पत्नी; क्या है पूरा मामला?
हरियाणा की पूर्व जज अनुपमा यादव, अजय और अभय चौटाला के खिलाफ केस लड़ने की तैयारी कर रही हैं। उन्होंने चौटाला परिवार पर 100 करोड़ का दावा करने के लिए फं ...और पढ़ें

पूर्व ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अनुपमा यादव और उनके पति रिटायर्ड आईपीएस रामसिंह यादव, बाएं- अभय चौटाला (File Photo)
डिजिटल डेस्क, जींद। हरियाणा की पूर्व ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अनुपमा यादव अजय और अभय चौटाला के खिलाफ केस लड़ने की तैयारी कर रही हैं। यहीं नहीं इसके लिए वह फंड भी जुटा रही हैं। कुछ समय पहले उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा कि वह चौटाला परिवार के खिलाफ सौ करोड़ का दावा डालना चाहती हूं, कृपया मुझे फंड करें मैं जीतने के बाद आपको लौटा दूंगी। अनुपमा यादव कौन हैं और वह अजय-अभय सिंह के खिलाफ क्यों कोर्ट जाना चाहती हैं। आइए, इसे सिलसिलेवार ढंग से समझते हैं।
अनुपमा यादव मूल रूप से हरियाणा के नारनौल की रहने वाली हैं। दरअसल, उनके पति रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी रामसिंह यादव और चौटाला ब्रदर्स के बीच विवाद चल रहा है। कुछ समय पहले यादव ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि चौटाला सरकार के समय करीब 22 साल पहले उन्हें जूतों से पीटा गया था।
क्या है पूरा मामला?
कुछ समय पहले साल 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी रामसिंह यादव ने अभय चौटाला के खिलाफ 39 जूते मारने का आरोप लगाया था। रिटायर्ड अधिकारी ने दावा किया कि भजनलाल सरकार के समय अजय चौटाला को रेल की पटरी उखाड़ने के मामले में राजस्थान से पकड़कर लाए थे। उन्होंने बताया कि इसके बाद इनेलो की सरकार आ गई। सरकार आने के बाद जींद के सफीदो पुलिस थाने में उनके विरुद्ध सरकारी गाड़ी के दुरुपयोग करने के आरोप में एफआइआर दर्ज की गई।
इस बीच मंजीत सिंह अहलावत जींद के एसपी होते थे और समय राम कौशिक डीएसपी थे। उक्त अधिकारियों ने उन्हें 17 दिसंबर 2003 को गिरफ्तार कर लिया और चौटाला पुलिस चौकी में ले गए। रामसिंह यादव का आरोप है कि थानेदार की कुर्सी पर अभय सिंह चौटाला बैठे हुए थे और उनको थर्ड डिग्री टार्चर दिया गया। खुद अभय सिंह चौटाला ने उनको 39 छितर (जूते) मारे थे। इस घटना के बाद उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई।
क्या बोले थे अभय चौटाला?
रिटायर्ड IPS अधिकारी के 39 जूते मारने के बयान पर इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला का पलटवार सामने आ गया है। उन्होंने आरोप लगाने वाले रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि केस दर्ज करवाने की बात कही।
उधर, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी ने फिर दावा किया कि वे अपना पक्ष साबित करेंगे। अभय सिंह मानहानि का केस दर्ज करवाएं। यदि मैं गलत हुआ तो उनको 100 करोड़ रुपये दूंगा और नहीं तो उनको मुझे 100 करोड़ रुपये देने होंगे।
समाचार पत्रों ने भी सब कुछ बताने के बाद अभय चौटाला का नाम नहीं लिखा बस गोलमोल सा समाचार लगा दिया कि गिरफ्तारी के बाद प्रताड़ित किया गया, लेकिन इनके डर और आतंक के कारण अभय चौटाला का नाम नहीं लिखा।

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