Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Hit and Run Law: जींद में हड़ताल को लेकर असमंजस की स्थिति, एक संगठन ने किया खत्म तो नरवाना यूनियन का धरना जारी

    By Dharmbir Sharma Edited By: Monu Kumar Jha
    Updated: Wed, 03 Jan 2024 01:48 PM (IST)

    Hit and Run Law Case न्याय संहिता बिल के विरोध में दो दिन तक हड़ताल के बाद बुधवार सुबह जींद ट्रक यूनियन ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी लेकिन नरवाना में ट्रक यूनियन अभी भी हड़ताल पर बैठे हैं और यूनियन पदाधिकारी तथा दूसरे ट्रक चालक बदोवाल टोल प्लाजा पर धरना दिए हुए हैं। वहीं निजी बसें भी दोबारा से पहले की तरफ रूटों पर चल रही हैं।

    Hero Image
    बदोवाल टोल पर धरना देते ट्रक यूनियन के पदाधिकारी। जागरण

    जागरण संवाददाता, जींद। Haryana Hit and Law Impact/ Narwana Truck Union strike न्याय संहिता बिल के विरोध में दो दिन तक हड़ताल के बाद बुधवार सुबह जींद ट्रक यूनियन ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी लेकिन नरवाना में ट्रक यूनियन अभी भी हड़ताल पर है और यूनियन पदाधिकारी तथा दूसरे ट्रक चालक बदोवाल टोल प्लाजा पर धरना देकर बैठे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दो दिनों तक हड़ताल के चलते यात्रियों को हुई काफी परेशानी

    वहीं निजी बसें भी दोबारा से पहले की तरफ रूटों पर चल रही हैं। दो दिनों तक हड़ताल के चलते जहां यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था वहीं फल, सब्जी, गैस सप्लाई पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा था। आज से स्थिति सामान्य होने के आसार हैं।

    हालांकि रात 9 बजे के बाद ही हड़ताल खत्म करने का फैसला हुआ, इस कारण सुबह के समय गाड़ियां समय पर नहीं निकल पाई लेकिन बाद में गैस सप्लाई लेकर भी गाड़ियां विभिन्न जिलों की तरफ निकली तो वहीं बसें भी चलती रही।

    यह भी पढ़ें:  Haryana Politics: हुड्डा को मिला बाबरिया का साथ, सैलजा-रणदीप और किरण की संदेश यात्रा खारिज; पंजाब CM को लेकर किया कटाक्ष

    नरवाना यूनियन का कहना है कि उनकी हड़ताल अभी जारी

    जींद ट्रक यूनियन के पदाधिकारी अनिल का कहना है कि उन्हें समाचार के माध्यम से ही हड़ताल खत्म होने का पता चला था। इस कारण सुबह से ही सामान्य दिनों की तरह काम फिर से शुरू कर दिया। केंद्र और राज्य के पदाधिकारी आगे जो भी फैसला लेंगे, वह साथ रहेंगे। नरवाना यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि उनकी हड़ताल अभी जारी है।

    दूसरी यूनियन द्वारा धरना जारी रहने से असमंजस की स्थिति

    जब तक कानून वापस नहीं किया जाता तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। जिस भी यूनियन के राज्य स्तर के अधिकारियों ने हड़ताल समाप्त करने का फैसला लिया है। वह इससे सहमत नहीं हैं। इस कारण एक यूनियन द्वारा हड़ताल खत्म करने दूसरी यूनियन द्वारा धरना जारी रहने से असमंजस की स्थिति बनी रही।

    यह भी पढ़ें: Haryana: अंबाला में बनेगी NCDC की लैब, पंजाब; हिमाचल समेत इन चार राज्यों के मरीजों को मिलेगा लाभ