स्वास्थ्य विभाग ने शुरू किया एंटी लार्वा एक्टिविटी, 150 टीमों को उतारा फिल्ड में
स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस बार मच्छरों के डंक से व मौसमी बीमारियों पर अंकुश लगाने के लिए फीवर मास सर्वे शुरू कर दिया है।

जागरण संवाददाता, जींद : स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस बार मच्छरों के डंक से व मौसमी बीमारियों पर अंकुश लगाने के लिए फीवर मास सर्वे शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने 150 से अधिक टीमों को फील्ड में उतार दिया है। यह टीमें जिलेभर में एंटी लार्वा एक्टिविटी भी चला रही हैं और साथ ही मौसमी बीमारियों के प्रति आमजन को जागरूक भी कर रही हैं। अक्टूबर माह तक यह एक्टिविटी चलाई जाएगी। इन टीमों की ओर से प्रतिदिन बुखार पीड़ितों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। स्वास्थ्य कार्यकर्ता मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया से बचाव बारे लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
मौसम में बदलाव बन रहा बीमारियों का कारण
हर दिन मौसम में हो रहा बदलाव मौसमी बीमारियों को दस्तक देने लगा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन लापरवाही के चलते हम इस अभियान को सफल नहीं होने दे रहे हैं। इस समय डेंगू और मलेरिया फैलने का ज्यादा खतरा रहता है। इसके अलावा बुखार, खांसी व वायरल भी अब लोगों को सताने लगा है। ऐसे में यदि हमें इन बीमारियों से बचना है तो अपने आसपास तथा घर में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना होगा।
मलेरिया व डेंगू सात साल का आंकड़ा
साल मलेरिया डेंगू
2015 -45 -668
2016 -17 -156
2017 -27 -135
2018 -17 -98
2019 -3 -47
2020 -0 -28
2021 -0 -85 सिविल सर्जन डा. मंजू कादियान ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किए जा रहे सर्वे में एंटी लार्वा एक्टिविटी कराई जा रही है। स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ एएनएम और आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्करों का भी सहयोग लिया जा रहा है। जिले में मौजूद स्थायी व अस्थायी तालाबों गंबूजिया मछली डालने का कार्य भी किया जाएगा। इसके अलावा टीमें घरों में दस्तक देकर लोगों को मच्छर जनित रोगों के प्रति जागरूक भी कर रही हैं। 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस पर आमजन को जागरूक किया जाएगा। सभी टीमे कूलर, होदी, छत पर रखी पानी की टंकी, रेफ्रीजरेटर की ट्रे, कंटेनर इत्यादि चेक करने शुरू कर दिए हैं। मच्छर का लारवा मिलने पर उसे मौके पर ही नष्ट किया जाता है।
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