संस्कृति संरक्षण अभियान को आगे बढ़ा रहे गौतम सत्यराज
गौतम सत्यराज अपनी नानी से प्रेरित होकर संस्कृति सरंक्षण अभियान को आगे

जागरण संवाददाता, जींद: गौतम सत्यराज अपनी नानी से प्रेरित होकर संस्कृति सरंक्षण अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। ढिगाना निवासी सत्यराज गोहाना में तीन दिसवीय मनोहारी रसोई कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहे हैं, जो 14 अप्रैल से लेकर 16 अप्रैल तक चलेगी। इसमें प्रदेशभर से 21 महिलाएं भाग लेंगी, जो हरियाणवीं संस्कृति से जुड़े पुराने व्यंजन तैयार करेंगी। इसमें फिकी खीर, मीठी कढ़ी, दलिया, खीचड़ी, पूरी, पापड़े, सवाली, मक्के की रोटी, जवार की रोटी व सामी रोटी सहित अन्य व्यंजन शामिल हैं। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में मुख्मंत्री मनोहरलाल के ओएसडी गजेंद्र फौगाट पहुंचेंगे। इससे पहले 2021 में उन्होंने ढिगाना गांव में नौ दिवसीय हरियाणा सांझी का आयोजन किया था। वहीं 2016 में सत्यराज गौतम ने कर्नाटक में भगवान शिव का प्रिय नृत्य भरतनाट्यम प्रस्तुत किया था। इसके लिए तत्कालीन राष्ट्रपति व हरियाणा के तत्कालीन राज्यपाल ने गौतम की उपलब्धि के लिए सम्मानित किया। गौतम ने बताया कि हरियाणा कला परिषद की ओर से उन्हें काफी प्रोत्साहन मिला। पिछले साल अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव जो कुरुक्षेत्र में आयोजित हुआ था, उसमें हरियाणा की संस्कृति से जुड़े स्टाल को सत्यराज ने डिजाइन किया था। वहां राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय व मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने सत्यराज को सम्मानित भी किया था। अब गौतम गोहाना में तीन दिवसीय मनोहारी रसोई कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं, जिसमें 21 चूल्हों पर एक साथ हरियाणा की संस्कृति से जुड़े पुराने खाने बनेंगे। गौतम सत्यराज अपने सफलता का श्रेय शिक्षिका सीमा मलिक को देते हैं।
--------------- परिवार भी हुआ प्रेरित
सत्यराज गौतम ने कहा कि उनकी कला से प्रेरित होकर अब उनका पूरा परिवार भी उनका का साथ दे रहा है। अब गौतम के पिता, ताऊ, चाचा व भाई जहां धोती-कुर्ता पहनते हैं, वहीं अन्य परिवार के सदस्य भी संस्कृति संरक्षण अभियान से जुड़े हैं। इसके अलावा दीपक जो गौतम के छोटे भाई हैं, वह लगातार उनकी मदद करते आ रहे हैं। अब गोहाना में होने वाले कार्यक्रम में भी गौतम के परिवार के सदस्य उसकी मदद कर रहे हैं।
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