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    Haryana Election 2024: बीरेंद्र सिंह के पाला बदलने से बदला उचाना सीट का समीकरण, दुष्यंत चौटाला पर सीट बचाने का दबाव

    Updated: Sun, 25 Aug 2024 11:25 AM (IST)

    हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियां उम्मीदवार उतारने को लेकर मंथन कर रहे हैं। वहीं प्रदेश हॉट सीट माने जाने वाली उचाना सीट पर इस बार के चुनाव में समीकरण बदले हुए हैं। इस सीट पर बीरेंद्र सिंह और चौटाला परिवार का दबदबा रहा है। इस बार के बदले राजनीतिक माहौल के बीच इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं।

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    उचाना में 2014 में दुष्यंत चौटाला ने बीरेंद्र सिंह की पत्नी को हराया था (फाइल फोटो)

    धर्मवीर निडाना, जींद। बांगर बेल्ट में उचाना सीट प्रदेश की सबसे हॉट सीट मानी जाती है। यहां हमेशा बीरेंद्र सिंह व चौटाला परिवार या उनके उम्मीदवार के बीच सीधा मुकाबला रहा है। साढ़े चार दशक तक उचाना कलां की राजनीति बीरेंद्र सिंह परिवार के इर्द-गिर्द ही घूमती रही, लेकिन पिछली बार दुष्यंत चौटाला यहां से जीते और उप मुख्यमंत्री बने।

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    इस बार त्रिकाणीय मुकाबले के आसार

    अब दोनों बड़े राजनीतिक परिवारों के बीच भाजपा अपना मजबूत उम्मीदवार उतारने की जुगत में है। प्रेमलता भाजपा के टिकट पर विधायक बनी थीं, अब बीरेंद्र सिंह सपरिवार कांग्रेस में चले गए हैं। जजपा और भाजपा का गठबंधन टूट चुका है। ऐसे में इस बार त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं।

    उचाना से चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं दुष्यंत

    जननायक जनता पार्टी की ओर से दुष्यंत चौटाला चुनाव लड़ने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। कांग्रेस से पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट मिलने की पूरी संभावना है। भाजपा के टिकट के लिए भी कई नेता लाइन में हैं।

    समीकरण साधने में जुटी भाजपा गैर जाट उम्मीदवार की भी तलाश

    दुष्यंत चौटाला और बृजेंद्र सिंह दोनों ही जाट समुदाय आते हैं। ऐसे में भाजपा यहां गैर जाट उम्मीदवार पर भी दाव खेल सकती है। हालांकि इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है। ऐसे में भाजपा की ओर से उम्मीदवारों के लिए रायशुमारी कराई जा चुकी है।

    पूर्व में चुनाव लड़ चुके बलकार डाहौला, देवेंद्र अत्री, भाजपा के दो बार जिलाध्यक्ष रह चुके ओमप्रकाश शर्मा थुआ जैसे नाम आगे हैं। ओमप्रकाश थुआ 1996 में राजौंद विधानसभा क्षेत्र हविपा के साथ गठबंध में चुनाव लड़ चुके हैं।

    वहीं कांग्रेस की ओर से पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह के अलावा, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे और उचाना से चुनाव लड़ चुके बलराम कटवाल, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष लाजवंती ढिल्लो, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिनेश डाहौला, मार्केट कमेटी के पूर्व अध्यक्ष विरेंद्र घोघड़ियां जैसे 17 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है।

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    वर्ष 2014 में खिला कमल, 2019 में प्रेमलता हारीं

    2014 के विधानसभा चुनाव में उचाना से पहली बार भाजपा का कमल खिल चुका है। तब भी उम्मीदवार बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता ही थीं। उन्होंने इनेलो के दुष्यंत चौटाला को 7480 मतों से हराया था। हालांकि 2019 के चुनाव में दुष्यंत चौटाला जजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और उन्होंने भाजपा की प्रेमलता को 47452 मतों से हरा दिया।

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