नलबंदी ऑपरेशन में प्रदेश में द्वितीय रहीं डॉ. नेहा शर्मा का सम्मान
जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ. नेहा शर्मा को वर्ष 2018 में नलबंदी के ऑपरेशन में बेहतरीन कार्य करने के लिए विभाग ने सम्मानित किया
नलबंदी ऑपरेशन में प्रदेश में द्वितीय रहीं डॉ. नेहा शर्मा का सम्मान
जागरण संवाददाता, जींद
जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ. नेहा शर्मा को वर्ष 2018 में नलबंदी के ऑपरेशन में बेहतरीन कार्य करने के लिए विभाग ने सम्मानित किया है। पंचकूला में हुए राज्य स्तरीय समारोह में नेशनल हेल्थ मिशन हरियाणा की एमडी आइएएस अमनीत पी. कुमार ने डॉ. नेहा को अवार्ड दिया।
ग्वालियर से एमबीबीएस और गायनी में डीएनबी डिग्री होल्डर डॉ. नेहा शर्मा बतौर गायनी स्पेशलिस्ट कार्यरत हैं। उनका मुख्य कार्य नॉर्मल या सिजेरियन तरीके से डिलीवरी कराना है, लेकिन पिछले साल जिले में गायनी स्पेशलिस्ट की संख्या कम थी। इसलिए डॉ. नेहा को सिविल अस्पताल में डिलीवरी के केसों के अलावा नलबंदी के ऑपरेशन की जिम्मेदारी भी दी गई। उन्होंने जींद के अलावा उचाना, नरवाना और सफीदों के अस्पताल में भी नलबंदी के ऑपरेशन किए। वर्ष 2018 में डॉ. नेहा ने नलबंदी के कुल 1150 ऑपरेशन किए और पूरे हरियाणा में रिकॉर्ड दूसरे नंबर पर रहीं। डॉ. नेहा ने बताया कि सिविल अस्पताल में हर सोमवार और वीरवार को नलबंदी कैंप लगता है। एक दिन में 15 से 20 ऑपरेशन हो जाते हैं। दो साल में यह मिथक भी टूटते हुए देखा है कि सिर्फ गरीब घरों की महिलाएं ही सिविल अस्पताल में नलबंदी के ऑपरेशन कराती हैं। उनके पास पढ़ी-लिखी महिलाएं, शिक्षिकाएं भी नलबंदी के ऑपरेशन कराने आती हैं। बड़ी बात है कि ऑपरेशन का कोई खर्चा भी नहीं लगता। राज्य स्तरीय अवार्ड मिलने पर सिविल सर्जन डॉ. मंजू कादियान, पीएमओ डॉ. शशि प्रभा अग्रवाल, एसएमओ डॉ. गोपाल गोयल, डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला ने डॉ. नेहा शर्मा को बधाई दी और निरंतर ऐसे ही बेहतरीन कार्य करने के लिए प्रेरित किया। डॉक्टर दंपती बदल रहे अस्पताल की छवि
डॉ. नेहा शर्मा के पति डॉ. चंद्रमोहन शर्मा भी नागरिक अस्पताल में सर्जन हैं। उन्होंने भी पिछले दो साल में कई बड़े ऑपरेशन किए हैं। बच्चेदानी से बड़ी रसौली निकालने से लेकर कई बड़े ऑपरेशनों में सफलता पाई है। यह युवा डॉक्टर दंपती बेहतरीन कार्य से सरकारी अस्पताल की छवि भी बदल रहे हैं। दोनों डॉक्टर दंपति की ओपीडी में भी मरीजों की भीड़ लगी रहती है।