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    खंडहर में तबदील हो रहा ऐतिहासिक धरोहर गांव में बना किला

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 11 Dec 2017 03:02 AM (IST)

    संवाद सूत्र, जुलाना: गांव किलाजफरगढ़ प्रशासन की अनदेखी के चलते मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।

    खंडहर में तबदील हो रहा ऐतिहासिक धरोहर गांव में बना किला

    संवाद सूत्र, जुलाना: गांव किलाजफरगढ़ प्रशासन की अनदेखी के चलते मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। गांव में पेयजल की भारी किल्लत है। इसके अलावा गांव की काफी गलियां कच्ची होने के कारण कीचड़ से अटी पड़ी हैं। बार-बार गुहार लगाने पर भी गांव की ओर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। गांव में पेयजल की किल्लत को देखते हुए आरओ प्लांट बनाया गया था, लेकिन बनाने के बाद एक दिन भी पीने का पानी ग्रामीणों को नहीं मिला है।

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    किलाजफरगढ़ गांव की आबादी लगभग नौ हजार है। चार हजार जागरूक मतदाता अपने मत का प्रयोग कर अपने उम्मीदवार को चुनते हैं। गांव में 14 बिरादरियों के लोग रहते हैं। गांव की साक्षरता दर 80 प्रतिशत है। किला अरबी का शब्द है। जफर उर्दू का शब्द है इसका मतलब है फतेह करना। गढ़ संस्कृत भाषा का शब्द है जिसका मतलब किला ही होता है। गांव लगभग 1325 ई. में बसाया गया था। बुजुर्गों ने बताया कि गांव में सबसे पहले शरीर हराय गोत्र के पूर्वज खरक गांव से आकर बसे थे। उस समय गांव का नाम खुडाली होता था। 1850 में महाराजा स्वरूप ¨सह सिद्धू ने जींद रियासत के एक छोर पर बसे गांव में किले का निर्माण कार्य शुरू करवाया। इसी किले के नाम से गांव का नाम किलाजफरगढ़ पड़ा।

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    गांव में बने अब तक के सरपंच

    गांव में सरपंची का ताज अब तक राम¨सह, मुंशीराम, भीम ¨सह, राय ¨सह, प्रेम ¨सह, राम ¨सह, प्रेम ¨सह, सूबे ¨सह, पूर्ण ¨सह, आत्माराम, शीला देवी, सतबीर, कुलदीप के सिर पर सजा है।

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    खंडहर में तबदील हो रहा किले की सरकार ने सुध लेते हुए पर्यटन स्थल बनाना चाहिए। जिससे ऐतिहासिक धरोहर की संभाल भी होगी और गांव का विकास भी तेजी से होगा।---समुंद्र ¨सह ग्रामीण।

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    गांव किलाजफरगढ़ की गलियों में कीचड़ का मुख्य कारण गांव में गंदे पानी की निकासी व्यवस्था का सही न होना है। जिसकी वजह से गांव में कई गलियां कच्ची पड़ी हैं।

    ---प्रकाश, ग्रामीण ।

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    गांव में पेयजल की किल्लत काफी समय से चली आ रही है। महिलाएं गांव के बाहर बने हैं हैंडपंप से ही पानी लाकर रसोई का काम करती है। जलघर होने के बाद भी परेशानी है।

    --रामफल, ग्रामीण

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    गांव में आपस में किसी बात को लेकर अगर किसी का झगड़ा हो जाता है तो थाने जाने की बजाए गांव में पंचायत व गणमान्य लोग गांव में ही निपटारा कर लेते हैं।

    --रघबीर ¨सह, ग्रामीण

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    गांव में विकास कार्यों की दरकार ज्यादा है और ग्रांट कम मिल रही हैं। इस कारण गांव का विकास करवाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव में पेयजल की किल्लत को देखते हुए जलघर में ट्यूबवेल लगवाकर हर घर तक पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है।

    ---कुलदीप सरपंच, किलाजफरगढ़।