भगोड़ा बन गया संत! 25 साल बाद जींद पुलिस ने उचाना से दबोचा, मारपीट के मामले में मिली थी 7 साल की सजा
हरियाणा के जींद जिले की उचाना खुर्द पुलिस ने 25 साल पहले मारपीट के एक मामले में सात साल की सजा पाए एक भगोड़े को गिरफ्तार किया है। आरोपी कुरुक्षेत्र के ...और पढ़ें

मारपीट का दोषी कुरुक्षेत्र के स्कूलों व गांवों में करता था धार्मिक प्रचार (फोटो: जागरण)
जागरण संवाददाता, जींद। उचाना खुर्द निवासी सात साल के सजायाफ्ता व्यक्ति को उचाना पुलिस ने 25 साल बाद गिरफ्तार किया है। वह कुरुक्षेत्र जिले के गांव चनालहेड़ी के आसपास धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेता था।
उसने अपना नाम भी बदल लिया था। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया। गांव उचाना खुर्द निवासी मिथा पर 1997 में पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
उस पर आरोप था कि उसने पुलिस कर्मचारियों के साथ मारपीट की, सरकारी कार्य में बाधा डाली और उन्हें धमकी दी। वर्ष 2001 में जींद की अदालत ने उसे दोषी करार देते हुए सात साल की सजा सुनाई।
इसके बाद मिथा ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका लगाई। जहां से उसे जमानत मिल गई। जमानत पर आने के बाद वह फरार हो गया। बाद में हाई कोर्ट ने भी उसकी सजा को बरकरार रखा।
पुलिस ने मिथा को ढूंढ़ने के काफी प्रयास किए, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग रहा था। अब पुलिस ने उसे कुरुक्षेत्र जिले के गांव चनालहेड़ी से गिरफ्तार किया है।
उसने अपना नाम बदलकर कर्मवीर रखा हुआ था। उचाना मंडी चौकी प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि मिथा आसपास के गांवों में धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेता था।
वह गांवों में संस्कृत, रामायण, महाभारत एवं वेदों का प्रचार-प्रसार कर रहा था, ताकि उसकी पहचान छिपी रहे। 2022 में उन्होंने मिथा को काफी तलाश किया, लेकिन पता नहीं चल पाया।
बार-बार अदालत का दबाव और अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट लेने के कारण उन्होंने सभी मुखबिरों को इसी काम में लगा दिया था। अब मुखबिर की सूचना पर मिथा को दबोच लिया।

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