ड्रोन माड्यूल में डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल की अनुष्का प्रथम
साइंस और विज्ञान के युग में बच्चे को प्रतिदिन कुछ नया सीखना और करना चाहिए। यह बात डीएवी संस्थाओं के कोषाध्यक्ष अशोक कुमार ने व्यक्त किए।

जागरण संवाददाता, जीद : साइंस और विज्ञान के युग में बच्चे को प्रतिदिन कुछ नया सीखना और करना चाहिए। इसी प्रकार एक शिक्षक को भी पुरानी परंपराएं छोड़कर कुछ नया करने का संकल्प लेना चाहिए।
यह विचार डीएवी संस्थाओं के कोषाध्यक्ष तथा निदेशक ब्रिगेडियर अशोक कुमार अदलखा ने व्यक्त किए। वे डीएवी पब्लिक स्कूल, जींद में अटल टिकरिग लैब द्वारा आयोजित साइंस एग्जिबिशन के उद्घाटन के उपरांत छात्रों को संबोधित कर रहे थे। प्रदर्शनी में बच्चों ने ड्रोन बनाकर प्रदर्शन किया तथा मोबाइल एप और वेब डिजाइनिग के माध्यम से नए-नए कार्य का भी प्रदर्शन किया। अटल लैब के चेयरमैन डा. धर्मदेव विद्यार्थी ने कहा कि जब किसी बच्चे के मन में कुछ भी नया करने का विचार आए तो वह तुरंत दे तथा उसके करने में जो भी खर्चा आएगा, वह स्कूल की ओर से दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता में गोपाल विद्या मंदिर, महर्षि विद्या मंदिर, मोती लाल पब्लिक स्कूल, कलीराम डीएवी पब्लिक स्कूल, जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल सहित जिले भर के 50 स्कूलों ने भाग लिया।
अटल ओपन चैलेंज एग्जीबिशन प्रतियोगिता के ये रहे परिणाम
ड्रोन माड्यूल
प्रथम स्थान : अनुष्का, डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल, जींद
द्वितीय स्थान : वान्या, डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल, जींद
तृतीय स्थान : गुरमीत और राजदेव मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल, जींद
रोबोटिक्स माड्यूल
प्रथम स्थान : मनीष और आयुष डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल. जींद
द्वितीय स्थान : अंशु और प्राग, गोपाल विद्या मंदिर, जींद
तृतीय स्थान : अरिजीत सिंह डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल. जींद
कोडिग आधारित प्रोजेक्ट माड्यूल
प्रथम स्थान : अंश, जीडी गोयंका पब्लिक स्कूल, जींद
द्वितीय स्थान : प्रणव और हिमांशु, कलीराम डीएवी पब्लिक स्कूल, सफीदों
तृतीय स्थान: गुरमीत और सचिन, डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल, जींद
सांत्वना पुरस्कार
भानवी और अलीशा एस.डी. पब्लिक स्कूल, नरवाना
मुस्कान और हृषिता महर्षि विद्या मंदिर, जींद
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