लिपिक वर्ग ने किया अनशन का समर्थन
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जींद, जागरण संवाद केंद्र :
हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टॅाफ एसोसिएशन के जिला प्रधान राजेश मोर ने शिक्षा विभाग में लागू की जा रही त्रिस्तरीय प्रणाली पर विरोध जताया और कहा कि हरियाणा प्राध्यापक एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के रोहतक स्थित आवास पर 21 दिवसीय जिला वार क्रमिक अनशन का एसोसिएशन समर्थन करती है। उन्होंने बताया कि जब भी सरकार ने शिक्षा विभाग में नए प्रयोग किए हैं, विफल रहे हैं। जैसे एजुसेट, सेमेस्टर प्रणाली, जिससे इस वर्ष तीन अप्रैल को आइआइट की परीक्षा, 10 अप्रैल को एआइइइ की परीक्षा देने से प्रदेश भर के विद्यार्थी वंचित रह गए, क्योंकि 20 अप्रैल तक 12वीं की परीक्षाएं चलेंगी । उन्होंने कहा कि मिडिल की बोर्ड परीक्षा न लेना भी बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है, जबकि अच्छी शिक्षा देने के लिए पांचवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा ली जानी चाहिए। सरकार की इस नई प्रणाली से रोजगार के अवसर समाप्त होंगे, विभाग का आकार छोटा होगा। आम आदमी के लिए शिक्षा महंगी होगी। कोर्सो तथा उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए तो पांच-पांच लाख रुपये फीस ली जाती है, जबकि एक तरफ सरकार अनिवार्य शिक्षा देने का ढिंढोरा पीट रही है। उन्होंने कहा कि जो भी संगठन एसोसिएशन थोपी जा रही इस प्रणाली का विरोध करेगा, लिपिक वर्गीय कर्मचारी एसोसिएशन उसका सहयोग करेगी।
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