सेल्फ स्टडी के दम पर पहले ही प्रयास में आइएफएस बने विपिन कुमार
यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्ष

प्रवेश चौहान, झज्जर : यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि हर साल परीक्षा के लिए लाखों छात्र आवेदन करते हैं। मगर चुनिदा के हिस्से सफलता आती हैं। परीक्षा क्लीयर करने के बाद आइएएस, आइपीएस, आइएफएस अधिकारी के तौर पर इन्हें नियुक्ति प्राप्त होती हैं। इस परीक्षा को पास करने के लिए कुछ अभ्यर्थी कोचिग का सहारा लेते हैं तो कई सेल्फ स्टडी के दम पर परीक्षा को क्लीयर करते हैं। हालांकि, सेल्फ स्टडी के द्वारा वो भी पहले ही प्रयास में परीक्षा क्लीयर करना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। दरअसल, झज्जर में वन मंडल अधिकारी के पद पर कार्यरत आइएफएस अधिकारी विपिन कुमार ने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी की परीक्षा पास करने में सफलता हासिल की है। विपिन कुमार (38) मूल रूप से यूपी जिले के प्रयागराज के निवासी हैं। 12वीं तक की पढ़ाई प्रयागराज से की। वहीं, इंजीनियरिग की पढ़ाई आइआइटी मुंबई से की है। परिवार में मां, भाई, पत्नी और दो बच्चे हैं। विपिन कुमार के पिता एक इंजीनियर है। मां गृहिणी है। उन्होंने परीक्षा 2016 में क्लीयर की। 2017 बैच के हैं और 70 वीं रैंक हासिल की थी।
भारतीय सूचना सेवा में रह चुके हैं अधिकारी : आइएफएस बनने से पहले विपिन कुमार भारतीय सूचना सेवा में बतौर डिप्टी डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे। विपिन कुमार ने बताया कि वह 2012-2017 तक भारतीय सूचना सेवा में अपनी सेवाएं दे रहे थे। मात्र 3 से 4 घंटे की तक की पढ़ाई : अक्सर यूपीएससी की परीक्षा क्लियर करने के लिए अभ्यर्थी 7 से 8 घंटे या फिर इससे भी ज्यादा पढ़ाई करते हैं। मगर विपिन कुमार ने कुछ ही घंटे की पढ़ाई करके परीक्षा में सफलता पाई है। सबसे अहम बात यह है कि उन्होंने इस परीक्षा को पास करने के लिए सेल्फ स्टडी का सहारा लिया और केवल पूरे दिन में 3 से 4 घंटे की पढ़ाई ही किया करते थे।
सही दिशा में मेहनत करें : युवाओं को प्रेरणा देते हुए विपिन कुमार ने कहा कि परीक्षा को पास करने के लिए सही दिशा में मेहनत करें तथा हार से निराश ना होकर निरंतर प्रयत्न करते रहें। कई बार देखा जाता है कि अगर कोई उम्मीदवार परीक्षा क्लीयर नहीं कर पाता है तो वह हताश होकर उम्मीदें छोड़ देता है। मगर ऐसा नहीं करना चाहिए। हमेशा सही दिशा में मेहनत करने से 1 दिन सफलता जरूर मिलती है, इसलिए कभी भी हार से निराश होकर उम्मीदें नहीं छोड़नी चाहिए।
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