तुलसीदास ने राम नाम की महिमा का किया है बखान
तुलसीदासजी के आराध्य देव श्रीराम हैं। वह श्रीराम के परम भक्त थे। तुलसीदास जयंती का दिन इस महान कवि और उनके कार्यो के सम्मान में समर्पित है। तुलसीदास ने भगवान राम के महान भक्त हनुमानजी की हनुमान चालीसा की रचना भी की थी।

जागरण संवाददाता, झज्जर : तुलसीदासजी के आराध्य देव श्रीराम हैं। वह श्रीराम के परम भक्त थे। तुलसीदास जयंती का दिन इस महान कवि और उनके कार्यो के सम्मान में समर्पित है। तुलसीदास ने भगवान राम के महान भक्त हनुमानजी की हनुमान चालीसा की रचना भी की थी। सावन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गोस्वामी तुलसीदास जयंती मनाई जाती है। तुलसीदास जी ने राम नाम की महिमा का भी बखान किया है।
तुलसीदासजी अपने सांसारिक जीवन से विरक्त संत थे। पं. पवन कौशिक ने कहा कि उनकी रचनाओं पर भगवान श्रीराम की विशेष कृपा रही है। भगवान राम से भेंट करवाने में गोस्वामी तुलसीदासजी सबसे बड़ा श्रेय वीर हनुमान को देते हैं। हनुमान की कृपा से ही तुलसीदास ने भगवान श्रीराम से भेंट कर पाए थे। जा पै कृपा राम की होई था पै कृपा करै सब कोई। कार्यक्रम में विधिवत पूजन कर श्रीसुंदरकांड पाठ आरंभ हुआ। पंडित पवन कौशिक, ताराचंद भूटानी, विकास नरुला, भारत भूषण नंदा, योगिता-प्रदीप गुलाटी, रवि यादव, वर्षा-विनोद भूटानी, डा. धर्मराज यादव, सुरेश गाबा, पूनम-अनिल छाबड़ा, चिमन लाल वर्मा, राजेंद्र वधवा, सतीश वर्मा, उमा गुलाटी, शशी बहल, आशा नागपाल, रानी नरुला, संतोष हंस, गुलाटी, सृष्टि रंजन, हर्ष चावला, तुशू बहल, सुमन वधवा, इंदुशर्मा, सिमरन-विवेक गुलाटी सहित महिला श्रद्धालुओं ने सामूहिक श्री सुंदरकांड पाठ का गायन किया। ताराचंद भूटानी ने मिल कर के बोलो जय जय कार उस बजरंगबली जय जय बजरंगबली, कर देगी शक्ति बेड़ा पार उस बजंगबली की.भजन प्रस्तुत कर भक्तजनों को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर सीमित के वीके नरुला, पदम खट्टर, सुभाष वर्मा, वीके शर्मा, ध्रुव-आचंल-प्रिस सेठी, सुधांशु हंस, दीपांशु छाबड़ा,भारत भूषण अग्निहोत्री, नयन हंस, बंटी बीरबल, सतीश चुघ, प्रदीप काठपालिया, राघव रंजन, वेद खत्री, भवित वर्मा, किशन चंद बतरा, नरेंद्र पाहवा, वर्मा सुभाष, जगदीश छाबड़ा, सहित महिला पुरूष उपस्थित रहे। श्री हनुमान चालीसा, बाबा चालीसा, आरती प्रसाद वितरण के उपरांत श्रद्धालुओं ने बाबा का आशीर्वाद लिया।
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