दीवाली पर झज्जर में फूटा सियासी ‘लेटर बम’, भाजपा से जुड़े पार्षद 24 घंटे बाद खाटू श्याम से मिले सकुशल
झज्जर में दीवाली के दिन पार्षद संजय जांगड़ा के लापता होने से राजनीतिक हलचल मच गई। उन्होंने एक नोट में भाजपा नेताओं पर आरोप लगाए। पुलिस ने उन्हें खाटू श्याम से ढूंढ निकाला। पार्षद ने विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप लगाया है, जबकि अध्यक्ष ने आरोपों को खारिज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस घटना से क्षेत्र में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है।
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पार्षद 24 घंटे बाद खाटू श्याम से मिला सकुशल। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, झज्जर। दीवाली के दिन झज्जर जिले में खुशियों के बीच राजनीतिक हलचल मच गई। भाजपा से जुड़े जिला पार्षद संजय जांगड़ा के अचानक लापता होने और उनके द्वारा छोड़े गए सात पन्नों के नोट ने पूरे जिले की सियासत को झकझोर कर रख दिया। नोट में भाजपा के दो बड़े नेताओं में जिला परिषद अध्यक्ष कप्तान बिरधाना और राष्ट्रीय सचिव औम प्रकाश धनखड़ पर आरोप लगाए गए थे।
दिनभर चर्चाओं और चिंता के माहौल के बीच सोमवार शाम होने तक राहत की खबर आई। पुलिस की टीम ने राजस्थान के प्रसिद्ध खाटू श्याम धाम से पार्षद को सकुशल बरामद कर लिया।
पुलिस कमिश्नर डा. राजश्री सिंह के दिशा निर्देश व पुलिस उपायुक्त क्राइम अमित दहिया के मार्गदर्शन में झज्जर सीआईए और साइबर सैल की टीम ने उन्हें खाटू श्याम से सुरक्षित बरामद किया हैं, इस संबंध में सीआईए की चार टीमें लगातार कार्रवाई कर रही थी।
पुलिस की टीमें पार्षद को लेकर जल्द झज्जर पहुंचने वाली हैं। पुलिस का कहना है कि मामले में गहनता से जांच की जाएगी।
सात पन्नों के नोट ने दीवाली की रोशनी में फैलाई सियासी स्याही
दरअसल, रविवार दोपहर जब लोग दीपावली की तैयारियों में थे, उसी वक्त संजय जांगड़ा ने कुछ परिचितों के पास सात पन्नों का भावनात्मक नोट और अपना मोबाइल फोन छोड़ा। नोट में उन्होंने खुद को राजनीतिक दबाव का शिकार बताते हुए लिखा - “मेरे साथ विकास कार्यों में भेदभाव किया जा रहा है।
जिप अध्यक्ष का रवैया लोगों को जोड़ने का नहीं, तोड़ने का है। जब मैंने कहा कि मैं तेरे रवैये की सच्चाई सबको बताऊंगा, तो उसने धमकी दी कि तेरे को गोली मरवा दूंगा, तेरा नाश कर दूंगा।” इस नोट के साथ ही संजय ने यह भी लिखा कि उन्हें भाजपा के ऐसे नेताओं से नाराजगी है, जिन्होंने कुछ पार्षदों से उनके संवाद पर एतराज जताया था।
सीएम के नाम लिखे पत्र के आखिरी में उन्होंने लिखा - यह मेरा अंतिम पत्र है। मेरे परिवार को न्याय मिले, मेरे वार्ड के गांवों के हिस्से के अनुसार ग्रांट मिले और काम पूरे हों। सभी को मेरा अंतिम नमस्कार। नोट वायरल होने के बाद सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर राजनीतिक भूचाल आ गया। भाजपा के कार्यकर्ता चुप्पी साधे रहे, जबकि विपक्षी नेताओं ने इसे “सत्ता पक्ष की आंतरिक कलह” बताया।
पुलिस अलर्ट मोड पर, खाटू श्याम धाम तक चली खोज
पार्षद के लापता होने की सूचना उनके भाई विनय ने दी। विनय के बयान पर साल्हावास थाना पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली। थाना प्रभारी हरेश कुमार ने बताया, फिलहाल पत्र के संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई थी, पर जांच तेज की गई। लोकेशन राजस्थान के खाटू श्याम धाम में मिली, जिसके बाद सीआइए और स्थानीय पुलिस की चार टीमों को जांच में लगाया गया।
डीसीपी से मिले पार्षद और पंचायत प्रतिनिधि
दिन भर के घटनाक्रम में दीपावली की रौनक के बीच सोमवार को पार्षद के लापता होने की खबर के बाद मुंडाहेड़ा गांव के प्रतिनिधियों और जिला परिषद के तीन पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल पुलिस उपायुक्त जसलीन कौर से मिला।
प्रतिनिधियों ने इस पूरे मामले की तह तक जांच करने और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। डीसीपी जसलीन कौर ने भरोसा दिलाया कि पुलिस इस मामले को संवेदनशीलता और पारदर्शिता से देख रही है। हालांकि, यहां पर पार्षदों ने जिप अध्यक्ष की कार्यशैली पर भी नाराजगी और असंतोष व्यक्त किया।
दो करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए, सभी आरोप झूठे
विवाद के केंद्र में आए जिला परिषद अध्यक्ष कप्तान बिरधाना ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने कहा - संजय जांगड़ा के वार्ड में दो करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्य कराए जा चुके हैं। किसी पार्षद से कोई भेदभाव नहीं किया गया।
कमीशन या धमकी देने जैसे सभी आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि जिला परिषद में सभी फैसले सामूहिक रूप से लिए जाते हैं और किसी एक व्यक्ति का कोई व्यक्तिगत नियंत्रण नहीं होता। कुछ लोग संगठन की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
ओम प्रकाश धनखड़ बोले - संजय के मिलने की खबर संतोषप्रद
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा - घटनाक्रम को लेकर सभी स्तब्ध थे, अब यह जानकर संतोष हुआ कि संजय कुमार सकुशल मिल गए हैं। भाजपा एक अनुशासित और संवाद आधारित संगठन है।
हर स्तर पर कार्यकर्ता अपनी बात रख सकते हैं और समाधान पा सकते हैं। अगर किसी को कोई शिकायत है तो उसका निवारण संगठन के भीतर संवाद से ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा परिवार एकजुट है और कार्यकर्ताओं की सुरक्षा, सम्मान और समस्याओं का समाधान सर्वोपरि है।
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