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    झज्जर सेक्टर- 9 में नारकीय जीवन जीने को मजबूर निवासी, बोले- 'लाखों रुपये खर्च करके आएं, सुविधा गांव जैसी भी नहीं'

    झज्जर के सेक्टर 9 के निवासी बदहाल सीवर व्यवस्था और मूलभूत सुविधाओं की कमी से परेशान हैं। उनका कहना है कि वे नारकीय जीवन जी रहे हैं और बारिश में जलभराव से हालात और भी खराब हो जाते हैं। निवासियों ने अधिकारियों से कई बार शिकायत की है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वे शाम के समय पुलिस गश्त की भी मांग कर रहे हैं।

    By Amit Popli Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 18 Jun 2025 02:02 PM (IST)
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    झज्जर : पुराने बस स्टैंड के पास लगाए गए ट्रांसफार्मर के फ्यूज बाक्स के साथ खड़ा गोवंश। जागरण

    जागरण संवाददाता, झज्जर। ग्रामीण क्षेत्र से लोग शहर में सेक्टरों में रहने का सपना लेकर आते हैं कि सेक्टर में रहेंगे और किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। हर सुख सुविधा मिलेगी पार्क, होगा बच्चों के लिए अच्छी पढ़ाई होगी, शांत माहौल होगा व सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त होगी।

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    यही सपना संजोए झज्जर शहर के सेक्टर 9 में आए थे और अपना मकान भी बनाया । लेकिन बात करें शहर के सेक्टर 9 की बदहाली किसी भी सेक्टर की नहीं हो सकती।

    यह कहना है सेक्टर 9 में रह रहे लोगों का। उनका कहना है कि 5 साल से ज्यादा का समय हो गया है नारकीय जीवन जी रहे हैं और बारिश के दिनों में तो हालत सबसे ज्यादा खराब हो जाते हैं जल भराव के चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शासन प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।

    अधिकारी भी नहीं ले रहे सुध

    सेक्टर सेक्टर 9 में सबसे बदहाल स्थिति सीवरेज व्यवस्था की है जो कि सड़क से 3 से 4 फीट ऊंचे सीवर बने हुए हैं जो की टूटे हुए हैं मेन हाल खुले हुए हैं सीवर को दुरुस्त करने की जहमत विभाग नहीं उठा रहा। सेक्टर 9 के प्रधान सोमवीर सिंह जाखड़ ने बताया कई बार विभागीय अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं।

    सीवरों की हालत की बदहाली की फोटो भेज चुके हैं लेकिन कोई भी व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो रही है, काफी दिन पहले बने सीवर सड़क के लेवल से काफी ऊंचे बनाए गए हैं और सड़क काफी नीचे रह गई है जिसके चलते सीवर का पानी जमीन में ही घूमता रहता है, जिसके कारण भूमिगत जलस्तर बढ़ गया है और घरों को भी नुकसान हो रहा है।

    उन्होंने बताया कि समय रहते यदि ठेकेदार मिट्टी का भरत करने के बाद सीवर व्यवस्था को दुरुस्त करता तो, यह दिक्कत दूर हो जाती। लेकिन लापरवाही का खामियाजा सेक्टर वासियों को भुगतना पड़ रहा है।

    'शाम का पुलिस लगाए गश्त'

    शाम के समय पुलिस की गश्त लगाने की मांग काफी समय से सेक्टर 9 के निवासी कर रहे हैं। सेक्टर निवासी सरला, प्रोमिला, पूनमरानी, पिंकी देवी, सतपाल, सतीश कुमार, राजेंद्र पूनिया मंजीत कुमार व संजय ने बताया कि सेक्टर 9 शहर से दूर भी है और सुनसान क्षेत्र में भी है जिसके चलते रात के समय पुलिस की गश्त की मांग कई बार कर चुके हैं लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो रही।

    यदि पुलिस की गश्त शाम के समय हो जाती है तो सेक्टरवासियों को राहत मिलेगी। क्योंकि, शाम होते ही सेक्टर की सड़कों पर काफी संख्या में युवा बच्चे मोटरसाइकिल का स्टंट करने के लिए आ जाते हैं, वहीं लोग अपने बच्चों को गाड़ियां सिखाने के लिए भी सेक्टर 9 की सड़कों का प्रयोग कर रहे हैं जिससे कई बार हाथ दुर्घटनाएं भी घटी हैं। उन्होंने बताया कि शाम होते-होते सेक्टर 9 की सड़कों, के किनारों पर शराबियों का जमवड़ा लग जाता है जिससे सेक्टर वासी बहुत परेशान है लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई सुनवाई नहीं की जा रही।