अंतरराष्ट्रीय योग दिवस : शशांक आसन का अभ्यास लाभदायक
आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर प्रतिदिन एक योग मुद्रा के विषय में विस्तार से जानकारी दी जाती है। ताकि हमारी दिनचर्या में योगाभ्यास की आदत शामिल हो सके। इसी कड़ी में शशक आसन से होने वाले लाभ सावधानी व प्रायोगिक अभ्यास की विस्तार से जानकारी दी गई।

जागरण संवाददाता, झज्जर : आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर प्रतिदिन एक योग मुद्रा के विषय में विस्तार से जानकारी दी जाती है। ताकि हमारी दिनचर्या में योगाभ्यास की आदत शामिल हो सके। इसी कड़ी में शशक आसन यानि शशांक आसन से होने वाले लाभ, सावधानी व प्रायोगिक अभ्यास की विस्तार से जानकारी दी गई। आयुष मंत्रालय की ओर से कामन योगा प्रोटोकाल में शामिल शशक आसन का निरंतर अभ्यास अत्याधिक लाभदायक है। तनाव से मुक्ति व पूरे शरीर को मिलता आराम : जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. मुकेश गोस्वामी ने बताया कि शशांकासन को शशक (खरगोश) आसन भी कहा जाता है। यह आसन तनाव से मुक्ति पाने में मदद करता है और पूरे शरीर को आराम पहुंचाता है। उम्र की परवाह किए बिना कोई भी शशांकासन कर सकता है। यह रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेच करता है और पीठ दर्द से भी मुक्ति दिलाता है। हालांकि पीठ में अधिक दर्द व घुटनों से संबंधित आस्टियोआर्थराइटिस की बीमारी से पीड़ित को इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए। शशांकासन योग के लाभ : डा. पवन कुमार देशवाल ने बताया कि यह आसन दिमाग को शांत रखता है और तनाव से मुक्ति दिलाता है। सिर के सभी हिस्सों में खून के प्रवाह के कारण, यह दिमाग से याददाश्त और केंद्रित करने की क्षमता को भी बढ़ाता है। रीढ़ की हड्डी को आगे की ओर स्ट्रेच करने से यह और अधिक लचीला और मजबूत बनता है। जब तक पैर मुड़े रहते हैं, तब तक ये उनकी मांसपेशियों को भी राहत पहुंचाता है। इस आसन से पेट के निचले हिस्से में रक्त का प्रवाह और तेज हो जाता है। यह किडनी को मजबूती प्रदान करता है और उनके कार्यों को और भी तेज कर देता है।
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