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    Haryana News: दिवाली पर दिल्ली के बाद हरियाणा में भी सख्ती, 31 जनवरी तक पटाखों पर बैन

    By Amit PopliEdited By: Mohammad Sameer
    Updated: Wed, 20 Sep 2023 06:30 AM (IST)

    प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने कहा कि पहली नवंबर से लेकर 31 जनवरी तक पटाखों पर पूर्णतया रोक रहेगी। ग्रेप के नियमों की कड़ाई से पालना सुनिश्चित की जाए। बैठक में डीसी कैप्टन शक्ति सिंह और रोहतक के डीसी अजय कुमार मौजूद रहे। अपनी बात रखते हुए चेयरमैन ने कहा कि शहरों में पांच सौ गज से ज्यादा प्लाटों के निर्माण को लेकर डस्ट पोर्टल पर पंजीकरण करवाना चाहिए।

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    पहली नवंबर से लेकर 31 जनवरी तक पटाखों पर रहेगी पूरी तरह रोक (file photo)

    जागरण संवाददाता, झज्जर: हरियाणा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव ने कहा कि अधिकारी स्वच्छ पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता के साथ इससे संबंधित कार्यों का क्रियान्वयन सही समय पर सुनिश्चित करें। उन्होंने वायु प्रदूषण को लेकर ठोस कदम उठाने के भी निर्देश दिए।

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    चेयरमैन मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में झज्जर और रोहतक जिला में प्रदूषण नियंत्रण के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आगामी पहली नवंबर से लेकर 31 जनवरी तक पटाखों पर पूर्णतया रोक रहेगी। ग्रेप के नियमों की कड़ाई से पालना सुनिश्चित की जाए।

    बैठक में डीसी कैप्टन शक्ति सिंह और रोहतक के डीसी अजय कुमार मुख्य रुप से मौजूद रहे। गौरतलब है कि नवंबर में ही दिवाली है।

    अपनी बात रखते हुए चेयरमैन ने कहा कि शहरों में पांच सौ गज से ज्यादा प्लाटों के निर्माण को लेकर डस्ट पोर्टल पर पंजीकरण करवाना चाहिए। आगामी एक अक्टूबर से ग्रेप नियमों की कड़ाई से पालना करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। ताकि वायु प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।

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    इतना ही नहीं जरनेटर सैट के स्थान पर गैस और लिथोमोन प्रोजेक्ट का उपयोग किया जाए,जिससे वायु प्रदूषण रोकने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर भी सरकार की योजनाओं का किसानों से लाभ उठाने का आह्वान किया ,साथ ही अधिकारियों से फसल अवशेष जलाने वालों पर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सडक़ों पर उड़ने वाली धूल पर नियंत्रण के लिए संंबंधित विभागों द्वारा एंटी स्माक गन को उपयोग में लाया जाए।

    शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए एक्शन प्लान के तहत हों कार्य

    चैयरमैन ने कहा कि बेहतर कल के लिए पर्यावरण संरक्षण सबसे ज्यादा जरूरी है। झज्जर और रोहतक जिला को हरा-भरा व प्रदूषण मुक्त बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। ठोस कचरा प्रबंधन के लिए अलग से प्लांट लगाए जा रहे हैं।

    दोनों शहरों को स्वच्छ और क्लीन रखने के लिए सीएसआर के सहयोग से बेहतर कदम उठाए जाएं। झज्जर और रोहतक को क्लीन और ग्रीन बनाने में प्रदेश में नहीं देश में भी नंबर वन बना सकते हैं।

    फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर ग्राम स्तर पर कमेटियां गठित

    डीसी डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने जिला में औद्यौगिक इकाइयों के साथ ही प्रदूषण नियंत्रण से जुड़े कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। बहादुरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण उपायों को लेकर निरंतर उद्यमियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करते हुए समय समय पर पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण संबंधित गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।

    साथ ही फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर ग्राम स्तर पर कमेटियां गठित की गई हैं,जिससे फसल अवशेष जलाने पर काफी हद तक रोक लगी है। इस अवसर पर एडीसी सलोनी शर्मा, एडीसी रोहतक महेश कुमार, डीएफओ विपिन कुमार, डीएमसी जगनिवास, सीटीएम परवेश कादियान, एसडीएम बादली रविंद्र कुमार,एसडीएम बेरी रविंद्र मलिक,एसडीएम झज्जर विशाल कुमार, डीएसपी शमशेर सिंह,प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी नवीन गुलिया, सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता सतीश जनावा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।