हरियाणा: साहेब तड़के चार बजे आए थे, 8 घंटे बाद भी नहीं मिला बीज; भूखे-प्यासे लाइन में लगे किसानों का छलका दर्द
सरकार ने डीबीडब्ल्यू 187, 303, 826 और एचसी 1270 गेहूं के बीजों का नया मूल्य 1200 रुपये प्रति 40 किलो तय किया है। 10 साल पुराने बीज सब्सिडी से बाहर हैं। किसान सरसों की बुवाई कर रहे हैं, गेहूं की बुवाई 25 अक्टूबर के बाद शुरू होगी। किसानों को बीज प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है, वे अनाज मंडी में लंबी लाइनों में लगने को मजबूर हैं और पर्याप्त बीज उपलब्ध नहीं है।

बीज के लिए लाइन में लगे किसान। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, झज्जर। साहेब, सुबह चार बजे से भूखे प्यासे बीज लेने के लिए अनाज मंडी आए थे। दोपहर के 12 बज रहे, लेकिन अभी तक गेहूं का बीज नहीं मिला। खड़े-खेड़े पैर भी दर्द करने लगे हैं। कभी बैठ जाते हैं तो कभी खड़े हो जाते हैं। लाइन जो है, थोड़ी-थोड़ी सरक रही है। इस तरह की बातें शहर की अनाज मंडी में इफको के खाद-बीज बिक्री केंद्र पर गेहूं का बीज लेने के लिए आ रहे किसान कह रहे हैं।
दरअसल, गेहूं के बीज के लिए इन दिनों किसानों में मारामारी मची हुई है। सोमवार को सुबह चार बजे से ही सरकारी खाद-बीज की दुकानों पर लाइनें लगनी शुरू गईं। दुकानों के बाहर लगभग 100 किसानों की लंबी लाइन लगी रही। एक दूसरे से आगे निकलने के लिए किसानों को धक्का-मुक्की कर रहे थे।
बता दें कि इस साल सरकार द्वारा किसानों को गेहूं 40 किलोग्राम बीज का भाव 1200 रुपये दिया जा रहा है। पिछले साल के मुकाबले गेहूं का बीज 60 रुपये मंहगा हुआ। गेहूं की बुआई का समय शुरू होने वाला है। जिसके कारण किसान गेहूं का बीज खरीदने के लिए दुकानों पर पहुंच रहे है।
सोमवार को सुबह चार बजे से ही गेहूं का बीज लेने वाले किसानों की झज्जर अनाज मंडी में सरकारी दुकान पर भीड़ लगनी शुरू हो गई। किसानों की ओर से लाइनों में खड़े होने और पहले बीज लेने की होड़ में आपस में कहा सुनी भी हो गई। ज्यादा संख्या में किसान आने के कारण सभी को समय पर बीज नहीं मिल पाया। जिसके कारण किसानों को बिना बीज लिए ही वापस घर जाना पड़ा। दोपहर तक करीब 500 बैग गेहूं का बीज किसानों ने खरीदा।
सरकार ने तय किए नए दाम
डीबीडब्ल्यू 187, 303, 826, एचसी 1270 गेहूं के बीजों का दाम इस बार 1200 रुपये प्रति 40 किलोग्राम का बैग तय किया गया। सरकार ने 10 साल पुराने बीजों को सब्सिडी से बाहर कर दिया। अब सरसों की बिजाई के लिए सही समय आ गया है और 10 अक्टूबर के बाद किसानों ने सरसों की बिजाई शुरू कर दी है।
फिलहाल 30 डिग्री से नीचे दिन का तापमान आ गया है, जबकि गेहूं की बिजाई के लिए अभी परी 12 दिन का समय बाकी है। क्योंकि 25 अक्टूबर के बाद गेहूं की बिजाई का सीजन शुरू हो जाता है। गेहूं के बिजाई के लिए दिन का तापमान 23 से 24 डिग्री तक होना चाहिए।
जिले में करीब 35000 हेक्टेयर भूमि में सरसों के फसल और करीब 1 लाख 5000 हेक्टेयर भूमि में गेहूं की बिजाई होती है। गेहूं का बीज कुछ प्रतिशत दिया जाता है। बाकी बीज तो किसान अपने आप तैयार कर सकते हैं।
प्रतिक्रिया छारा गांव निवासी किसान ओमपाल का कहना है कि सुबह चार बजे से अनाज मंडी में गेहूं का बीज लेने के लिए आए थे। दोपहर हो गई है अब तक बीज नहीं मिला है। पता नहीं कितना समय और लगेगा।
सिलाना गांव निवासी किसान रोहित का कहना है कि गेहूं की बिजाई का समय आ गया है। बीज के लिए चक्कर लगा रहे हैं। किसानों को पूरा बीज भी नहीं दिया जा रहा है। लंबी लाइनें होने के कारण बीज नहीं मिल रहा।
रईया गांव निवासी किसान राजेश का कहना है कि कुछ किसान तो रात को ही ढाई बजे आ गए थे वे तो बीज लेकर वापस जा चुके हैं। दोपहर हो गई हमरा अभी तक नंबर नहीं आया है।
छारा गांव निवासी जयदेव का कहना है कि गेहूं के बीज व खाद के लिए अनाज मंडी में आए थे। खाद के लिए दूसरी दुकानों पर भेजा जा रहा है। बीज के लिए यहां लाइन में लगे हैं। खड़े खड़े पैर भी दर्द करने लगे हैं।
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