Jhajjar News: मकान-दुकानों में घुसा डस्ट से भरा ट्राला, बाल-बाल बचे सो रहे लोग; ग्रामीणों ने चालक को निकाला बाहर
झज्जर के ग्वालीसन गांव में एक बेकाबू ट्रक ने कहर बरपाया। रात को एक ट्रक पहले कार से टकराया फिर तीन दुकानों और एक घर में घुस गया। घर में सो रहे लोग तो बच गए लेकिन ड्राइवर दो घंटे तक फंसा रहा। क्रेन की मदद से उसे निकाला गया और अस्पताल भेजा गया। इस हादसे में कई दुकानें और मकान क्षतिग्रस्त हो गए।

जागरण संवाददाता, झज्जर। रात के समय 10:50 बजे ग्वालीसन गांव में एक कार को टक्कर मारने के बाद अनियंत्रित हुआ ट्राला खाद-बीज की तीन दुकानों को तोड़ते हुए परचून की दुकान व मकान के अंदर जा घुसा।
जिस मकान के अंदर सो रहे परिवार के सदस्य बाल बाल बच गए और ट्राला का चालक करीब दो घंटे तक केबिन में फंसा रहा। केबिन को काटकर लोगों ने उसे निकालने का प्रयास किया। काफी प्रयास के बाद जब ट्राला चालक बाहर नहीं निकल पाया तो वह बेहोश हो गया।
उसके बाद भी ग्रामीणों ने उसे निकालने के प्रयास जारी रखे। जब सब प्रयास विफल हो गए तो मौके पर दो क्रेन बुलानी पड़ी। उसके बाद टूटी हुई दीवार के अंदर से बेल बांध कर क्रेन के माध्यम से केबिन को उखाड़ा गया और चालक को ग्रामीणों व एसडीआरएफ की टीम ने उसे बाहर निकाला।
ट्राला चालक की पहचान उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदरा निवासी नरेंद्र के रूप में हुई है। चालक को घायल अवस्था में ट्राले से बाहर निकाल कर एंबुलेंस की सहायता से सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से चिकित्सकों ने उसे गंभीर हालत में प्राथमिक उपचार के रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया।
मामले की जानकारी डायल 112 पर दी गई। सूचना मिलते ही छुछकवास चौकी प्रभारी मनजीत डागर अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उसके बाद फायर बिग्रेड की गाड़ी, एंबुलेंस व रोहतक से एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। मामले की जानकारी मिलते ही एसीपी अखिल कुमार व बेरी के एसीपी अनिल कुमार मौके पर पहुंचे।
अब तक नहीं निकल पाया ट्राला
ग्वालीसन गांव निवासी प्रेम धनखड़ व हरबीर धनखड़ का कहना है कि रात के समय घर में आराम कर रहे थे तो अचानक जोरदार धमाका हुआ और घर पूरी तरह से धुआं व धूल से भर गया। जब उन्होंने देखा की हरबीर की खाद बीज की तीन दुकानों को क्षति ग्रस्त करते हुए प्रेम धनखड़ के परचुन की दुकान व मकान में जा घुसा।
इससे पहले उसने एक कार को भी टक्कर मार दी और संतुलन बिगड़ने बाद तेज स्पीड में दुकानों व मकान में जा घुसा। जिससे हरबीर की दुकानें, प्रेम की दुकान व मकान के अलावा वहां खड़ी बाइक और ई रिक्शा मलबे में दब गए। वहीं वहां पर सो रहे प्रेम के ससुर भीम सिंह बाल-बाल बच गए।दिन के समय भी दोपहर बाद तक ट्राले को मकान से नहीं निकाला जा सका था।
चालक को निकलवा कर भेजा अस्पताल
छुछकवास चौकी प्रभारी मनजीत डागर को कहना है कि रात के समय ट्राला चालक को गाड़ी से बाहर निकलवा कर अस्पताल भेज दिया है। अभी इस मामले में किसी के भी बयान दर्ज नहीं हो पाए हैं, जैसे ही बयान दर्ज होंगे आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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